
नई दिल्ली: डेमोक्रेटिक पार्टी के जोसेफ आर बाइडनअमेरिका के 46वें राष्ट्रपति चुने गए. इसके साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति चुनी गई है. इसी के बाइडन और कमला हैरिस ने देश को संबोधित किया. जो बाइडन ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि मैं एक राष्ट्रपति बनने की प्रतिज्ञा करता हूं, जो विभाजित नहीं करना चाहता बल्कि एकजुट होना चाहता है. लाल राज्य और नीला राज्य कौन नहीं देखता, केवल संयुक्त राज्य अमेरिका देखता है.
बाइडन ने कहा कि हमने देश के लोगों से बात की है, उन्होंने ने कहा कि हमें एक स्पष्ट जीत दी है. एक जीत, हम लोग. हम राष्ट्र के इतिहास में राष्ट्रपति टिकट पर अब तक के सबसे अधिक 74 मिलियन वोटों से जीते हैं. उन्होने कहा कि आप सभी के लिए जिन्होंने राष्ट्रपति ट्रम्प को वोट दिया, मैं आज रात निराशा को समझता हूं. अब एक दूसरे को मौका देते हैं. कठोर बयानबाजी करने, तापमान कम करने, एक-दूसरे को फिर से देखने, एक-दूसरे को फिर से सुनने का समय है.
कमला हैरिस ने कहा किजब हमारा बहुत लोकतंत्र इस चुनाव में बैलट पर था.जिसमें अमेरिका की बहुत आत्मा थी, और दुनिया देख रही थी, तो आपने अमेरिका के लिए एक नए दिन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र की रक्षा में संघर्ष होता है, बलिदान होता है लेकिन उसमें आनंद और प्रगति होती है। क्योंकि हमारे पास एक बेहतर भविष्य बनाने की शक्ति है.
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि मैं अपनी उपस्थिति के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार महिला का आभारी हूं, आज मेरी मां, श्यामला गोपालन हैरिस। जब वह 19 साल की उम्र में भारत आईं, तो शायद उन्होंने इस पल की कल्पना नहीं की थी. लेकिन वह अमेरिका में इतनी गहराई से विश्वास करती थी जहां इस तरह का क्षण संभव है.
कमला हैरिस ने कहा कि मैं उनके बारे में सोच रही हूं और पीढ़ियों से महिलाओं, अश्वेत महिलाओं, एशियाई, श्वेत, लैटिना, मूल अमेरिकी महिलाओं के बारे में सोचती हूं जिन्होंने हमारे देश के इतिहास में आज रात इस पल के लिए मार्ग प्रशस्त किया है.
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