
नई दिल्ली: आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर बड़ा प्रहार किया है। अमेरिका के द्वारा अफगानिस्तान में आतंकवादी विरोधी अभियान के तहत एक सीक्रेट ऑपरेशन में अल जवाहिरी को ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया है। इस की पुष्टि खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की है।
बता दें कि, अल कायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी के मारे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि अमेरिका अपने नागरिकों की रक्षा करता रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने वालों के खिलाफ हम अपने संकल्प और क्षमता का प्रदर्शन करना जारी रखेंगे। आज हमने साफ कर दिया है कि दूशमन कितना भी शक्तिशाली हो इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इसके अलावा जो बाइडेन ने कहा कि आप कहीं भी छिपने का प्रयान करलो, हम आपको ढूंढ निकालेंगे। आगे उन्होंने कहा अब न्याय हो गया।
अमेरिका पर हमला से लेकर जवाहिरी के मृत्यु तक कि कुछ प्रमुख बातें
1. अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ संकेत दिया कि आतंक के खिलाफ जंग जारी रहेगी। बाइडन ने कहा, 'आज रात हमने स्पष्ट कर दिया कि चाहे कितना भी समय लगे, कहीं भी छिपने की कोशिश करें, हम आपको ढूंढ निकालेंगे।
2. जो बाइडेन ने कहां कि कई सालों से यह शख्स अमेरिका के लोगों को निशाना बना रहा था। बता दें कि जवाहिरी दुनियाभर के करीब 20 हजार से ज्यादा बम धमाकों में शामिल था। इस के बाद राष्ट्रपति ने केन्या और तंजानिया में दूतावासों पर बम विस्फोटों का भी जिक्र किया।
3. अल जवाहिरी ने 7 अगस्त 1998 को एक साथ कई देशो के दूतावास के बाहर बम धमाके किए थे। इस हमले में करीब 224 लोग ने अपनी जान गंवाई थी। जिनमें 12 अमेरिकी शामिल थे और 4,500 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसके पीछे जवाहरी का हाथ था। इतना ही नहीं जवाहिरी ने साल 2000 में 12 अक्टूबर को यमन में अमेरिकी जहाज यूएसएस कोल पर भी हमला करवाया था। इन हमलों में अमेरिका के 17 नौसैनिक मारे गए थे और 30 अन्यव घायल हुए थे।
4. अमेरिकी सेना ने 20 साल बाद पिछले साल अफगानिस्तान को छोड़ दिया था,जिसके बाद तालिबान के द्वारा इस देश पर फिर से कब्जा कर लिया गया था। जो बाइडन के साझा वीडियो मे कहा गया है कि 'हम सुनिश्चित करेंगे कि अफगानिस्तान फिर से आतंकियों का सुरक्षित ठिकाना न बने।'
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