कश्मीर की नकारात्मक छवि को बॉलीवुड कर सकता है खत्म

कश्मीर की नकारात्मक छवि को बॉलीवुड कर सकता है खत्म

कश्मीर जिसे जन्नत कहते है। लेकिन सभी जानते है कि कश्मीर में हमेशा पाक द्वारा आंतकी हमले यानी कई तरह की आंतकवादी गतिविधियां जारी रहती है। परन्तु पिछले काफी समय से कश्मीर बालीवुड़ की शूटिंग का सबसे अहम स्थान बना हुआ है और इसने कश्मीर छवि को भी काफी हद तक सुधारा है। दरअसल  जम्मू एवं कश्मीर को फिल्मों की शूटिंग के लिए एक आदर्श स्थान बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार हिंदी फिल्म उद्योग को जम्मू एवं कश्मीर की ओर रिझाने की कोशिशों में जुटी है, ताकि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिले और कुप्रबंधन की धारणा को खत्म किया जा सके। पर्यटन आयुक्त शैलेंद्र कुमार ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने मंजूरी के लिए एकल खिड़की प्रणाली शुरू करने का फैसला किया है, जहां फिल्मकार हमें उन स्थानों की विस्तृत जानकारी देंगे, जहां वे अपनी फिल्म की शूटिंग करना चाहते है।

शनिवार को इस संवाददाता सम्मेलन में जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म वेलकम टू कराची की टीम भी मौजूद थी। शैलेंद्र ने कहा, हम सात दिनों में यह प्रक्रिया शुरू करेंगे। हमारा उद्देश्य यहां फिल्मकारों के लिए सुविधाएं मुहैया कराना है।

फिल्म वेलकम टू कराची की टीम तीन दिवसीय प्रचार कार्यक्रम के तहत कश्मीर में है, जो एक हास्य/व्यंग्य फिल्म है। शैलेंद्र ने कहा, हम सात दिनों में यह प्रक्रिया शुरू करेंगे। हमारा उद्देश्य यहां फिल्मकारों के लिए सुविधाएं मुहैया कराना है।

फिल्म वेलकम टू कराची की टीम तीन दिवसीय प्रचार कार्यक्रम के तहत कश्मीर में है, जो एक हास्य फिल्म है। फिल्म के निर्माता वासु भगनानी ने कहा, हम फिल्म प्रचार के लिए कश्मीर आकर खुश है। इतनी खूबसूरत जगह से फिल्म का प्रचार शुरू करने का अनुभव अलग है।

उन्होंने कहा, आशा है कि अगले साल हम अपनी अगली फिल्म की शूटिंग कश्मीर में करेंगे।

ब्रिटेन के वेल्स, बर्मिघम और ब्रैडफोर्ड जैसे स्थानों पर शूट की गई फिल्म में अभिनेता अरशद वारसी और जैकी भगनानी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई है। जैकी ने कहा, फिल्म की कहानी दो मासूम और बेवकूफ लोगों की है, जो गुजरात के तट से चलकर बिना वीजा और दस्तावेजों के पाकिस्तान के कराची शहर पहुंच जाते है। यहीं से कहानी में नया मोड़ आता है।

उन्होंने कहा, आशा है कि दर्शकों को यह कहानी अच्छी लगेगी और फिल्म अच्छा व्यवसाय करेगी। फिल्म 28 मई को प्रदर्शित होगी।

जैकी की यह पहली कश्मीर यात्रा है। उन्होंने कहा, मैंने जितना सुना था, कश्मीर उससे 10 गुना सुंदर है। यह तो बस शुरुआत है, अभी और भी फिल्मों का प्रचार यहां होगा। कश्मीर न सिर्फ बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, बल्कि हॉलीवुड के लिए भी यह पहला चुनाव होना चाहिए। फिल्म में एक खुफिया अधिकारी की भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री लॉरेन गॉट्लिब ने कहा, यहां के लोग बेहद प्यारे और गर्मजोशी से मिलने वाले है। यहां आना एक अच्छा अनुभव है।

मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के मुंबई दौरे और फिल्म जगत को शूटिंग के लिए यहां आमंत्रित करने के बाद कश्मीर में किसी फिल्म के प्रचार का यह पहला मौका है। शैलेंद्र ने कहा, \"यहां के बारे में कई तरह की नकारात्मक अवधारणाएं है और हमारे लिए बेहद जरूरी हो गया है कि जम्मू एवं कश्मीर के बारे में सकरात्मक संदेश बाहर वालों को मिले।

यह पूछे जाने पर कि बॉलीवुड हस्तियों को फिल्म प्रचार के लिए जम्मू एवं कश्मीर आने का आमंत्रण देने के पीछे राज्य सरकार का क्या उद्देश्य है, जबकि यहां कोई सिनेमा या थियेटर नहीं है, उन्होंने कहा, हम एक व्यापक परिप्रेक्ष्य में इन सब बातों पर विचार कर रहे है। शैलेंद्र ने कहा, राज्य में बीते दो दशकों की उथल-पुथल ने यहां आधारभूत संरचना को काफी प्रभावित किया है। फिल्म प्रचार और शूटिंग से यहां प्रबंधन को लेकर नकारात्मक अवधारणा को दूर करने में मदद मिलेगी और कश्मीर अपनी पुरानी महिमा को प्राप्त कर सकेगा।

कश्मीर जिसे जन्नत कहते है। लेकिन सभी जानते है कि कश्मीर में हमेशा पाक द्वारा आंतकी हमले यानी कई तरह की आंतकवादी गतिविधियां जारी रहती है। परन्तु पिछले काफी समय से कश्मीर बालीवुड़ की शूटिंग का सबसे अहम स्थान बना हुआ है और इसने कश्मीर छवि को भी काफी हद तक सुधारा है। दरअसल  जम्मू एवं कश्मीर को फिल्मों की शूटिंग के लिए एक आदर्श स्थान बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार हिंदी फिल्म उद्योग को जम्मू एवं कश्मीर की ओर रिझाने की कोशिशों में जुटी है, ताकि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिले और कुप्रबंधन की धारणा को खत्म किया जा सके। पर्यटन आयुक्त शैलेंद्र कुमार ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने मंजूरी के लिए एकल खिड़की प्रणाली शुरू करने का फैसला किया है, जहां फिल्मकार हमें उन स्थानों की विस्तृत जानकारी देंगे, जहां वे अपनी फिल्म की शूटिंग करना चाहते है।

शनिवार को इस संवाददाता सम्मेलन में जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म वेलकम टू कराची की टीम भी मौजूद थी। शैलेंद्र ने कहा, हम सात दिनों में यह प्रक्रिया शुरू करेंगे। हमारा उद्देश्य यहां फिल्मकारों के लिए सुविधाएं मुहैया कराना है।

फिल्म वेलकम टू कराची की टीम तीन दिवसीय प्रचार कार्यक्रम के तहत कश्मीर में है, जो एक हास्य फिल्म है। शैलेंद्र ने कहा, हम सात दिनों में यह प्रक्रिया शुरू करेंगे। हमारा उद्देश्य यहां फिल्मकारों के लिए सुविधाएं मुहैया कराना है।

फिल्म वेलकम टू कराची की टीम तीन दिवसीय प्रचार कार्यक्रम के तहत कश्मीर में है, जो एक हास्य फिल्म है। फिल्म के निर्माता वासु भगनानी ने कहा, हम फिल्म प्रचार के लिए कश्मीर आकर खुश है। इतनी खूबसूरत जगह से फिल्म का प्रचार शुरू करने का अनुभव अलग है।

उन्होंने कहा, आशा है कि अगले साल हम अपनी अगली फिल्म की शूटिंग कश्मीर में करेंगे।

ब्रिटेन के वेल्स, बर्मिघम और ब्रैडफोर्ड जैसे स्थानों पर शूट की गई फिल्म में अभिनेता अरशद वारसी और जैकी भगनानी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई है। जैकी ने कहा, फिल्म की कहानी दो मासूम और बेवकूफ लोगों की है, जो गुजरात के तट से चलकर बिना वीजा और दस्तावेजों के पाकिस्तान के कराची शहर पहुंच जाते है। यहीं से कहानी में नया मोड़ आता है।

उन्होंने कहा, आशा है कि दर्शकों को यह कहानी अच्छी लगेगी और फिल्म अच्छा व्यवसाय करेगी। फिल्म 28 मई को प्रदर्शित होगी।

जैकी की यह पहली कश्मीर यात्रा है। उन्होंने कहा, मैंने जितना सुना था, कश्मीर उससे 10 गुना सुंदर है। यह तो बस शुरुआत है, अभी और भी फिल्मों का प्रचार यहां होगा। कश्मीर न सिर्फ बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, बल्कि हॉलीवुड के लिए भी यह पहला चुनाव होना चाहिए। फिल्म में एक खुफिया अधिकारी की भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री लॉरेन गॉट्लिब ने कहा, यहां के लोग बेहद प्यारे और गर्मजोशी से मिलने वाले है। यहां आना एक अच्छा अनुभव है।

मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के मुंबई दौरे और फिल्म जगत को शूटिंग के लिए यहां आमंत्रित करने के बाद कश्मीर में किसी फिल्म के प्रचार का यह पहला मौका है। शैलेंद्र ने कहा, \"यहां के बारे में कई तरह की नकारात्मक अवधारणाएं है और हमारे लिए बेहद जरूरी हो गया है कि जम्मू एवं कश्मीर के बारे में सकरात्मक संदेश बाहर वालों को मिले।

यह पूछे जाने पर कि बॉलीवुड हस्तियों को फिल्म प्रचार के लिए जम्मू एवं कश्मीर आने का आमंत्रण देने के पीछे राज्य सरकार का क्या उद्देश्य है, जबकि यहां कोई सिनेमा या थियेटर नहीं है, उन्होंने कहा, हम एक व्यापक परिप्रेक्ष्य में इन सब बातों पर विचार कर रहे है। शैलेंद्र ने कहा, राज्य में बीते दो दशकों की उथल-पुथल ने यहां आधारभूत संरचना को काफी प्रभावित किया है। फिल्म प्रचार और शूटिंग से यहां प्रबंधन को लेकर नकारात्मक अवधारणा को दूर करने में मदद मिलेगी और कश्मीर अपनी पुरानी महिमा को प्राप्त कर सकेगा।

 

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