
नई दिल्ली: वैसे तो हम सभी भारतीय जानते है कि भारत, पाकिस्तान से विकास के मामले में कई दशक आगे चल रहा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब एक पाकिस्तानी जब अपने देश से भारत का दौरा करने आता होगा, तो उसको यह देख कर कैसा महसूस होता होगा। इसी कड़ी में हाल ही में पाकिस्तान के जाने-माने विदेश नीति विशेषज्ञ उजैर यूनुस भारत के दौरे पर आए थे। उन्होंने पाकिस्तान के एक यूट्यूब शो में भारत के दौरे के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि भारत में घूमने के लिए उन्हें ऐसा लगता है जैसे वो किसी भविष्य के किसी देश का दौरा कर रहे हों।
भारतीय ऊर्जा से भरे हुए हैं,वे सकारात्मक सोच रखते हैं
उजैर यूनुस अपने पैतृक गांव में सुव्यवस्थित दरगाह को देखते हुए, जहां मुख्य रूप से हिंदू आते हैं, उन्होंने कहा कि पाकिस्तानियों को बस “राजनीति के लिए नफरत और झूठ”का घूट पिलाया जा रहा है। उन्होंने 'द पाकिस्तान एक्सपीरियंस' नाम के एक निजी YouTube चैनल के पॉडकास्ट में यह टिप्पणी की। उन्हेंनकहा कि भारत के लोगों में एक ऊर्जा है। यूनुस ने वीडियो में कहा, "भारतीय ऊर्जा से भरे हुए हैं। वे सकारात्मक सोच और एक दृष्टिकोण रखते हैं कि 'यह हमारा क्षण है। अभी नहीं तो कभी नहीं।"
डिजिटल लेनदेन को देखे हुए कंफ्यूज,बोले – ‘ग्राहक ठेले वाले को बिना पैसे दिए जा रहे थे’
उन्होंन पॉडकास्ट में आगे कहा कि, मैने यह भी देखा कि सड़कों पर लोग पहले तो खाने लुत्फ उठा रहे थेफिर एक दम से पैसे दिए बिना आगे बढ़ जा रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं सोच रहा था कि ग्राहक बिना पैसे दिए क्यों जा रहे हैं। हालांकि वह शुरू में उलझन में थे कि वे अपने भोजन के लिए भुगतान किए बिना क्यों जा रहे थे, बाद में उन्हें पता चला कि उन्होंने ऐसा डिजिटल रूप से किया था।उन्होंने कहा कि "मैं सोच रहा था कि दुकानदार अपने ग्राहकों को उनके भोजन के लिए भुगतान किए बिना क्यों जाने दे रहा है। फिर मैंने देखा कि पेटीएम क्यूआर कोड था और ग्राहक भुगतान करने के लिए कोड को स्कैन कर रहे थे।"
उजैर यूनुस आगे कहा कि, मैने अपने मित्र से पूछा कि दुकानदार प्राप्त भुगतानों का हिसाब कैसे रख रहा है। "मैंने अपने मित्र से जो सीखा वह यह है कि फिन-टेक ने स्मार्ट स्पीकर बेचना शुरू कर दिया है जो व्यापारी के बटुए से जुड़े हैं। जबकि व्यापारी अपने ग्राहकों को ध्यान देने में व्यस्त है, स्मार्ट स्पीकर भुगतान प्राप्त होने पर हर बार एक घोषणा करेंगे।इस पर शो के होस्ट ने चुटकी लेते हुए कहा कि यूनिस ने भविष्य में किसी राज्य का दौरा किया होगा। विदेश नीति विशेषज्ञ ने सकारात्मक में सिर हिलाया। उन्होंने आगे कहा कि भारत में अभी भी नकदी का उपयोग किया जाता है, और नकदी परिसंचरण वास्तव में देश के सकल घरेलू उत्पाद का 13प्रतिशत है।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान में यह 20फीसदी है।" शो के होस्ट ने कहा, "पाकिस्तान के पास 5जी नेटवर्क भी नहीं है, जियो ने वहां (भारत में) क्या किया।" पाकिस्तानी विदेश नीति विशेषज्ञ ने कहा कि वह इस बात से भी प्रभावित हैं कि कैसे भारत में सभी के पास जीरो बैलेंस अकाउंट, यूपीआई और मोबाइल फोन की पहुंच है।उन्होंने कहा, "हम पास आईडी और पासपोर्ट डिजिटाइज्ड थे लेकिन हमने अगला कदम नहीं उठाया। हम पिछड़ गए। यूनुस ने कहा, "यूपीआई पर पैसा भेजने की लागत शून्य है क्योंकि भारत सरकार आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करती है। वहीं भारत सरकार का आदेश है कि आधार कार्ड वाले प्रत्येक नागरिक को जीरो बैलेंस, जीरो कॉस्ट बैंक खाते का अधिकार होना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि यह उनके लिए कुछ नया था कि सुदूर भारतीय गांवों में रहने वाले लोगों के पास आधार के साथ-साथ जीरो-बैलेंस वाले बैंक खाते भी हैं। "मोदी सरकार ने भारत में यही किया है। उस समय उनकी आलोचना की गई थी और उन पर सरकारी पैसे बर्बाद करने का आरोप लगाया गया था। लोगों ने कहा था कि जीरो बैलेंस के साथ बैंकों से सब्सिडी के साथ बैंक खाते खोलने से कुछ नहीं होगा। लेकिन यह बदल गया है।"
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