
PM Modi UAE Visit: UAE में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट में PM मोदी ने कहा कि आज हम 21वीं सदी में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरा मानना है कि आज दुनिया को एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो सबको साथ लेकर चले। पीएम मोदी ने कहा, 'दुबई जिस तरह से वैश्विक अर्थव्यवस्था, वाणिज्य और प्रौद्योगिकी का वैश्विक केंद्र बन रहा है, वह बहुत बड़ी बात है।'
हर सरकार के सामने यह सवाल है कि…
उन्होंने कहा कि आज हम 21वीं सदी में हैं। एक तरफ दुनिया आधुनिकता की ओर बढ़ रही है, वहीं पिछली सदी से चली आ रही चुनौतियां भी उतनी ही व्यापक होती जा रही हैं। चाहे वह खाद्य सुरक्षा हो, स्वास्थ्य सुरक्षा हो, जल सुरक्षा हो, ऊर्जा सुरक्षा हो या शिक्षा। प्रत्येक सरकार अपने नागरिकों के प्रति अनेक जिम्मेदारियों से बंधी होती है। आज हर सरकार के सामने यह सवाल है कि उसे किस दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मेरा मानना है कि आज दुनिया को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो सबको साथ लेकर चले।
सरकार की ओर से कोई दबाव नहीं होना चाहिए
पीएम ने कहा, 'मेरा मानना है कि न सरकार का अभाव होना चाहिए, न सरकार का दबाव होना चाहिए। बल्कि मेरा मानना है कि यह सुनिश्चित करना सरकार का काम है कि लोगों के जीवन में सरकारी हस्तक्षेप कम से कम हो। इन 23 वर्षों में सरकार में मेरा सबसे बड़ा सिद्धांत रहा है - 'न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन'। मैंने हमेशा ऐसा माहौल बनाने पर जोर दिया है जिसमें नागरिकों में उद्यम और ऊर्जा की भावना विकसित हो।
उन्होंने आगे कहा, 'सबका साथ-सबका विकास' के मंत्र पर चलते हुए हम संतृप्ति के दृष्टिकोण पर जोर दे रहे हैं। संतृप्ति दृष्टिकोण का अर्थ है कि कोई भी लाभार्थी सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे, सरकार स्वयं उन तक पहुंचे। शासन के इस मॉडल में भेदभाव और भ्रष्टाचार दोनों की गुंजाइश ख़त्म हो जाती है।
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