क्या पाकिस्तान के कब्जे से छूट रहा POK? विरोध प्रदर्शन के बीच लोगों ने लगाए भारत में मिलाने के पोस्टर

क्या पाकिस्तान के कब्जे से छूट रहा POK? विरोध प्रदर्शन के बीच लोगों ने लगाए भारत में मिलाने के पोस्टर

Pakistan Losing Grip On POK: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लोगों ने पाकिस्तानी पुलिस और प्रशासन की क्रूरता के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। प्रदर्शनकारियों की आवाज को दबाने के लिए पुलिस उन पर लाठीचार्ज के साथ फायरिंग तक कर रही है। पुलिस प्रशासन के इस हिंसक दमन में एक आम नागरिक की मौत हो गयी। गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस अधिकारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी।

मुजफ्फराबाद और रावलकोट में स्थानीय लोगों और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़प की कई घटनाएं सामने आई हैं। POKके ताजा घटनाक्रम से परिचित अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि हालिया विरोध प्रदर्शन और उनके हिंसक दमन से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान उस क्षेत्र पर अपनी पकड़ खो रहा है, जिस पर उसने दशकों से अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। उन्होंने यह भी बताया कि रावलकोट में ऐसे कई पोस्टर चिपके हुए देखे गए हैं, जिनमें भारत में विलय की मांग की गई है।

प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

POKमें इन प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद लोगों का गुस्सा और भड़क गया और प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। उक्त अधिकारी ने मीडिया से कहा, 'पाकिस्तान POKपर अपनी पकड़ खो रहा है और वह भारत का हिस्सा बनने के करीब पहुंच रहा है। (वहां) POKमें बड़े विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और एक सैन्य खुफिया वाहन को भी (प्रदर्शनकारियों द्वारा) नष्ट कर दिया गया।'

आखिर क्यों शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन?

इस विरोध प्रदर्शन की शुरुआत जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने की थी। समिति ने पाकिस्तान सरकार द्वारा फरवरी में हुए समझौते का पालन नहीं करने पर पूरे इलाके में 'शटडाउन और चक्का जाम' का आह्वान किया था। समिति बिजली बिलों पर लगाए गए 'अन्यायपूर्ण' कर का विरोध कर रही है। अगस्त 2023 में टैक्स को लेकर हड़ताल भी हुई। उनकी मांग है कि जलविद्युत की उत्पादन लागत के अनुरूप लोगों को बिजली मुहैया करायी जाये।

हालाँकि, यह विरोध अब POKके कई जिलों में फैल गया है और लोग पाकिस्तान पुलिस की क्रूरता और मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। अधिकारियों ने कहा कि दो नाबालिग लड़कियों की मौत के कारण यह ताजा विरोध प्रदर्शन और अधिक हिंसक हो गया है। यहां लाठीचार्ज और आंसू गैस के संपर्क में आने से इन दोनों लड़कियों की मौत हो गई। इससे नाराज होकर 10 जिलों में लोगों ने मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ प्रदर्शन किया है।

इस बारे में अधिकारी ने कहा, 'कश्मीरियों के साथ पाकिस्तान की खोखली एकजुटता उजागर हो गई है।' उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने का आदेश जारी करने के बाद POKके सहायक आयुक्त की स्थानीय लोगों ने पिटाई कर दी।

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