
Who Is Kashish Chaudhary: 10मई को भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता लागू हो चुका है। जिसके बाद बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने एक बयान जारी करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद का अड्डा करार दिया है। लेकिन इसी बीच, बलूचिस्तान प्रांत में एक ऐतिहासिक घटना ने सुर्खियां बटोरी हैं। 25वर्षीय कशिश चौधरी को बलूचिस्तान की पहली हिंदू महिला असिस्टेंट कमिश्नर नियुक्त किया गया है। यह उपलब्धि न केवल अल्पसंख्यक समुदाय के लिए, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणादायक है जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को सच करने की हिम्मत रखते हैं।
कौन है कशिश चौधरी?
बता दें, कशिश चौधरी का जन्म बलूचिस्तान के सुदूरवर्ती शहर नोशकी में हुआ, जो चगाई जिले का हिस्सा है। यह क्षेत्र अपनी कठिन भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियों के लिए जाना जाता है। वह हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखती है। इसलिए उन्होंने हमेशा से ही महिलाओं के लिए कुछ बड़ा करने का सपना देखा। कशिश ने बलूचिस्तान पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की कठिन परीक्षा को पास किया। यह उनके लिए व्यक्तिगत जीत से कहीं बढ़कर है। क्योंकि वह इस कामयाबी को हासिल करने वाली पहली हिंदू महिला हैं।
इस खास उपलब्धि पर उनके पिता गिरधारी लाल ने गर्व से कहा कि मेरी बेटी ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने हमेशा से ही अपनी बेटी को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आगे कहा कि बेटी ने हमेशा से अपने जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखा था, जो आज पूरा हो गया है। मेरी बेटी ने अपनी मेहनत और समर्पण से असिस्टेंट कमिश्नर बनने का सपना साकार किया है।
बलूचिस्तान के CM से की मुलाकात
इस उपलब्धि को हासिल करने के बाद बीते दिन कशिश और उनके पिता ने क्वेटा में बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने महिलाओं और अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण के साथ प्रांत के विकास के लिए काम करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। वहीं, CM बुगती ने कशिश की नियुक्ति को राष्ट्र और बलूचिस्तान के लिए गर्व का विषय बताया। उन्होंने कहा 'कशिश हमारे प्रांत और देश के लिए गौरव का प्रतीक हैं।'
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