
Iran News: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने जंग के बीच एक अहम फैसला लिया है। उन्होंने अपने उत्तराधिकार के लिए तीन वरिष्ठ धर्मगुरुओं के नाम प्रस्तावित किए। हैरानी की बात यह है कि खामेनेई के बेटे मोजतबा खामेनेई, जिन्हें लंबे समय तक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था, उन्हें खामेनेई ने अपने उत्तराधिकार सूची से बाहर कर दिया है।
खामेनेई का ऐतिहासिक फैसला
86 वर्षीय अयातुल्ला अली खामेनेई 1989 से अबतक ईरान के सुप्रीम लीडर के पद पर बने हुए हैं। लेकिन इजरायल के हमलों और अमेरिका की सैन्य भागीदारी के बीच अपनी जान को खतरा महसूस करते हुए खामेनेई ने एक बड़ा कदम उठाया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने ईरान की असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स, जो सुप्रीम लीडर का चयन करती है को निर्देश दिया कि उनकी मृत्यु की स्थिति में इन तीन नामों में से एक को तुरंत उत्तराधिकारी चुन लिया जाए।
यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सामान्य परिस्थितियों में सुप्रीम लीडर का चयन एक लंबी प्रक्रिया है। जिसमें महीनों लग सकते हैं। खामेनेई ने न केवल अपने उत्तराधिकारियों के नाम दिए, बल्कि सैन्य कमांडरों के लिए भी वैकल्पिक नामों की सूची तैयार की है, ताकि इजरायली हमलों में और नुकसान होने पर शासन की निरंतरता बनी रहे।
खामेनेई के उत्तराधिकार के लिए 3 नाम?
खामेनेई ने जिन तीन वरिष्ठ धर्मगुरुओं को चुना है, उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। यह गोपनीयता युद्धकालीन सुरक्षा चिंताओं और आंतरिक राजनीति को ध्यान में रखकर बरती गई है। लेकिन एक रिपोर्ट की मानें तो खामेनेई ने अपने बेटे मोजतबा का नाम उत्तराधिकारी के रूप में नामित नहीं किया है।
मालूम हो कि 55 वर्षीय मोजतबा खामेनेई एक मध्यम स्तर के धर्मगुरु हैं। उन्हें काफी लंबे समय से सुप्रीम लीडर के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था।
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