
IND vs SA Test Series: कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया को मिली 30रन की हार ने भारतीय क्रिकेट के मैनेजमेंट और रणनीतियों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मैच के तुरंत बाद पिच, टीम संयोजन और बल्लेबाजों की तकनीक को लेकर बहस तेज हो गई। हेड कोच गौतम गंभीर ने मैच के बाद कहा था कि बल्लेबाजों को अधिक रक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए था। हालांकि, उनका यह बयान अब विवादों में घिर गया है, क्योंकि इसे सीधा-सीधा खिलाड़ियों पर ठीकरा फोड़ने जैसा बताया जा रहा है।
गंभीर की टिप्पणी पर एबी डिविलियर्स की कड़ी प्रतिक्रिया
गंभीर की टिप्पणी के बाद दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने आपत्ति जताई है। अपने यूट्यूब चैनल पर प्रतिक्रिया देते हुए डिविलियर्स ने कहा, “मैच पलक झपकते ही खत्म हो गया। गंभीर का कहना है कि पिच वैसी थी जैसी वे चाहते थे—यह अजीब टिप्पणी है। इससे लग रहा है कि वह खिलाड़ियों पर तंज कस रहे हैं कि हमने ऐसी पिच बनाई, फिर भी प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाए?” डिविलियर्स ने साफ कहा कि गंभीर खिलाड़ियों को ‘बलि का बकरा’ बना रहे हैं, जबकि कोचिंग स्टाफ की जिम्मेदारी भी उतनी ही होती है। उन्होंने भारत के घरेलू प्रदर्शन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “भारत जैसी टीम अपने घर में चार टेस्ट हार रही है, यह चिंताजनक है।”
पिच, तकनीक या रणनीति—गलती कहां हुई?
ईडन गार्डन्स की पिच ने पहले दिन से ही बल्लेबाजों की परीक्षा ली। असमान उछाल और टर्न की वजह से स्पिनरों और तेज गेंदबाजों दोनों को मदद मिली। दक्षिण अफ्रीका के साइमन हार्मर ने आठ विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। 124रन का छोटा लक्ष्य भी भारतीय बल्लेबाज नहीं हासिल कर सके, जिससे टीम की तकनीकी कमजोरियां उजागर हो गईं। विशेषज्ञों का मानना है कि पिच और शॉट सेलेक्शन—दोनों में समस्याएं थीं।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट 22 नवंबर से गुवाहाटी में खेला जाएगा। पहले टेस्ट की हार ने पहले ही टीम और मैनेजमेंट पर दबाव बढ़ा दिया है। अगर भारत यहां भी हारता है, तो गंभीर के कोचिंग कार्यकाल को लेकर सवाल और गंभीर हो सकते हैं। 2012 के बाद पहली बार भारत घरेलू टेस्ट में इतना अस्थिर दिख रहा है। ऐसे में टीम इंडिया के लिए गुवाहाटी टेस्ट ‘करो यामरो’ जैसा बन गया है।
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