Giorgia Meloni Autobiography: भारत और इटली के बीच बढ़ती सांस्कृतिक और राजनीतिक निकटता का एक नया प्रमाण सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की आत्मकथा 'I Am Giorgia: My Roots, My Principles' के भारतीय संस्करण के लिए एक भावुक प्रस्तावना लिखी है। इस प्रस्तावना में पीएम मोदी ने मेलोनी की जीवन यात्रा को अपनी प्रसिद्ध रेडियो श्रृंखला 'मन की बात' से जोड़ते हुए इसे 'उनकी मन की बात' करार दिया है। रूपा पब्लिकेशन्स द्वारा प्रकाशित यह किताब 07अक्टूबर 2025को भारत में लॉन्च होने वाली है। यह किताब मूल रूप से 2021में इटली में प्रकाशित हो चुकी है, जब मेलोनी विपक्ष की नेता थीं।
PM मोदी ने मेलोनी की किताब पर क्या कहा?
बता दें, पीएम मोदी ने अपनी प्रस्तावना में मेलोनी को 'देशभक्त और समकालीन उत्कृष्ट नेता' बताया है। उन्होंने लिखा 'यह मेरे लिए एक महान सम्मान है कि मैं इस प्रस्तावना को लिख रहा हूं और मैं ऐसा सम्मान, प्रशंसा और मित्रता के साथ कर रहा हूं।' मोदी ने मेलोनी की 'प्रेरणादायक और ऐतिहासिक' यात्रा पर जोर देते हुए कहा कि यह भारतीयों के साथ गहराई से गूंजती है। उन्होंने अपनी 11सालों की वैश्विक नेताओं से मुलाकातों का जिक्र करते हुए बताया कि हर नेता की कहानी निजी से कहीं आगे जाती है।
मेलोनी की जिंदगी इन 'कालातीत सत्यों' जैसे दृढ़ता और गहरी पहचान का प्रतीक है। प्रस्तावना में पीएम मोदी ने मेलोनी की जड़ों से जुड़ाव और वैश्विक मंच पर दृढ़ नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने लिखा 'रोम के एक साधारण इलाके से इटली के सर्वोच्च पद तक का सफर उद्देश्य की शक्ति को दर्शाता है, जो संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठता है।'
मेलोनी की किताब उनकी पहचान पर केंद्रित
वहीं, मेलोनी ने अपनी किताब में अपनी निजी चुनौतियों जैसे अविवाहित मां के रूप में सामना की गई आलोचनाओं और गर्भावस्था के दौरान चुनाव प्रचार का खुलकर जिक्र किया है। मोदी ने इसे 'नारी शक्ति' से जोड़ा और कहा कि मेलोनी का मातृत्व, राष्ट्रीय पहचान और परंपराओं की रक्षा करना भारतीय मूल्यों से मेल खाता है। हमारी राष्ट्र परंपराओं का सम्मान और आधुनिकता को अपनाने से जुड़े हैं। यह भारत-इटली संबंधों की नींव है और मेरी मेलोनी से निजी मित्रता का आधार भी।
यह किताब मेलोनी की पहचान पर केंद्रित है, जहां वे खुद को 'मैं जॉर्जिया हूं, मैं एक महिला हूं, मैं इतालवी हूं, मैं ईसाई हूं' के रूप में परिभाषित करती हैं। यूरोप में बेस्टसेलर साबित हुई यह आत्मकथा पाठकों को मेलोनी के हृदय और मन की दुर्लभ झलक देती है। पीएम मोदी ने इसे 'गहराई से निजी' बताते हुए कहा 'यह सिर्फ आत्मकथा नहीं, बल्कि उनकी मन की बात है।' उन्होंने आश्वासन दिया कि यह किताब भारतीय पाठकों के बीच एक ताजगी भरी कहानी के रूप में स्वागत योग्य होगी।
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