सीजफायर की आड़ में PAK का अफगानिस्तान पर एयरस्ट्राइक, 3 युवा क्रिकेटर समेत 8 अफगान नागरिकों की मौत

सीजफायर की आड़ में PAK का अफगानिस्तान पर एयरस्ट्राइक, 3 युवा क्रिकेटर समेत 8 अफगान नागरिकों की मौत

Pakistan Airstrike Afghanistan: दक्षिण एशिया में तनाव का नया दौर चल रहा है। पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को तेज कर रहा है। हाल ही में अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर अस्थायी युद्धविराम बढ़ाने के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तानी वायुसेना ने पक्तिका प्रांत में हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम आठ अफगान नागरिक मारे गए। इनमें तीन युवा क्रिकेटर भी शामिल हैं, जिसके बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान के साथ आगामी टी20सीरीज से हटने का ऐलान कर दिया।

अफगानिस्तान पर हवाई हमले

मालूम हो कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर स्थिति जंग के कगार पर पहुंच गई है। 09अक्टूबर को पाकिस्तानी वायुसेना ने काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पक्तिका में हवाई हमले किए, जिनका लक्ष्य पाकिस्तानी तालिबान (टीटीपी) के ठिकाने बताए गए। इनमें टीटीपी प्रमुख नूर वली महसूद को निशाना बनाने की कोशिश की गई। तो वहीं, अफगान तालिबान ने इसे आक्रमण करार दिया और 11-12अक्टूबर को दुर्लभ लाइन पर कई पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर जवाबी हमला बोला, जिसमें 58पाकिस्तानी सैनिक मारे जाने का दावा किया।

इसके बाद 15अक्टूबर को फिर से झड़प हुईं, खासकर कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में। पाकिस्तान ने अफगान तालिबान की ब्रिगेड पर हमला किया, जबकि अफगान पक्ष ने इसे नागरिक क्षेत्रों पर बमबारी बताया। इन झड़पों में दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए, सैकड़ों घायल हुए। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि इस हमले में 18लोगों की मौत हुई, जबकि लगभग 360लोग घायल हुए। कतर और सऊदी अरब की मध्यस्थता से 15अक्टूबर को 48घंटे का अस्थायी युद्धविराम हुआ।

ज्यादा दिन टिक न सका युद्धविराम

लेकिन यह युद्धविराम ज्यादा दिन टिक न सका। 17 अक्टूबर को पक्तिका के उर्गुन जिले में पाकिस्तानी विमानों ने फिर बम गिराए, जिसमें आठ लोग मारे गए। अफगान क्रिकेट बोर्ड ने मारे गए तीन खिलाड़ियों कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून को श्रद्धांजलि देते हुए पाकिस्तान के साथ किसी भी द्विपक्षीय सीरीज से हटने का फैसला लिया। अफगान कप्तान राशिद खान ने इसे 'अनैतिक और बर्बर' करार दिया। तालिबान प्रवक्ता ने कहा 'हम जवाब देंगे।' पाकिस्तान का दावा है कि ये हमले टीटीपी जैसे समूहों के खिलाफ आत्मरक्षा हैं, जो अफगान मिट्टी से पाकिस्तान में हमले कर रहे हैं। लेकिन अफगानिस्तान इसे सीमा उल्लंघन मानता है।

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