85 करोड़ के इनामी आतंकी से ट्रंप की मुलाकात, जानिए कौन है अल-शरा जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति ने मिलाया हाथ

85 करोड़ के इनामी आतंकी से ट्रंप की मुलाकात, जानिए कौन है अल-शरा जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति ने मिलाया हाथ

Donald Trump With Ahmad Al Sharaa: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल बुधवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात की, उनसे हाथ मिलाया। इस एक मुलाकात ने वैश्विक कूटनीति को हिलाकर रख दिया। ट्रंप के इस कदम ने पूरी दुनिया को चौंका दिया, क्योंकि अमेरिका कुछ समय पहले तक अल-शरा आतंकवादी मानता था। जिनके सिर पर 85करोड़ रुपये (10मिलियन डॉलर) का इनाम था। खास बात ये है कि शरा से मिलने से पहले अमेरिका ने 1979से सीरिया पर लगाए गए व्यापक प्रतिबंधों को भी हटा दिया।

बता दें, अल-शरा जिन्हें पहले अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नाम से जाना जाता था। वह अल-कायदा से जुड़े रहे और उनकी अगुवाई वाला संगठन हयात तहरीर अल-शाम (HTS) आज भी अमेरिका की आतंकवादी सूची में है। इस मुलाकात ने मध्य पूर्व की भू-राजनीति को नया मोड़ दिया। आइए जानते है अल-शरा कौन हैं? 

ट्रंप ने की अल-शरा से मुलाकात

14मई को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में ट्रंप और शरा की मुलाकात सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की मेजबानी में हुई। इस मुलाकात के बाद ट्रंप ने शरा की खूब तारीफ की। उन्होंने शरा को युवा, आकर्षक और मजबूत नेता बताते हुए कहा कि उनके पास सीरिया को एकजुट करने का सही मौका है। ट्रंप ने शरा से इजरायल के साथ सामान्य संबंध स्थापित करने का आग्रह किया। साथ ही, विदेशी आतंकवादियों को सीरिया से निकालने और इस्लामिक स्टेट (ISIS) के मनसूबों को रोकने में भी अमेरिका का साथ देने की बात की।

कौन हैं सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अल-शरा?

बता दें, अहमद अल-शरा का जन्म साल 1982में सऊदी अरब में हुआ। साल 2003में अमेरिकी नेतृत्व वाली इराक आक्रमण के बाद, शरा ने अल-कायदा के साथ जुड़कर अमेरिकी सेना के खिलाफ जिहाद शुरू किया। वह इराक में अल-कायदा की शाखा में शामिल हुए और बाद में अमेरिकी सेना द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए। पांच साल तक अमेरिकी हिरासत में रहने के बाद उन्हें रिहा किया गया। इसके बाद 2011में सीरिया में गृहयुद्ध शुरू हुए।

साल 2013 में अमेरिका ने अल-नुसरा फ्रंट और शरा को आतंकवादी घोषित किया। अमेरिका ने आरोप लगाया कि उनका संगठन आत्मघाती हमलों और नागरिकों की हत्या में शामिल था। अमेरिका ने शरा की गिरफ्तारी या जानकारी के लिए 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा। 2016 में शरा ने अल-नुसरा फ्रंट का नाम बदलकर हयात तहरीर अल-शाम (HTS) कर दिया। दिसंबर 2024 में, HTS के नेतृत्व में बशर अल-असद का तख्तापलट हुआ और जनवरी 2025 में शरा को सीरिया का अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया गया।

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