
MEA response Pakistan:पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मंगलवार को हुए विस्फोटक हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हिला दिया है। इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा घायल हुए। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बिना कोई सबूत पेश किए भारत पर इस हमले का दोष मढ़ दिया, जबकि दिल्ली में सोमवार को हुए कार ब्लास्ट ने भी दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। इस बीच, विदेश मंत्रालय (MEA) ने पाकिस्तान के आरोपों को 'बकवास' और 'भटकाव की चाल' करार दिया है। MEA ने साफ कहा कि यह पाकिस्तान की आंतरिक विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश है।
MEA का करारा जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने मंगलवार को प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा 'भारत स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी नेतृत्व के इन बेबुनियाद और असत्य आरोपों को अस्वीकार करता है। यह एक भ्रमित और आंतरिक संकटों से जूझते हुए नेतृत्व की भविष्यवाणी योग्य चाल है, जो अपनी सैन्य प्रेरित संवैधानिक उलटफेर और सत्ता हथियाने से ध्यान भटकाने के लिए भारत पर झूठे आरोप लगाता है।'
MEA ने इसे "ना'पाक' साजिश" करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र है और अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए भारत को निशाना बनाता है। जायसवाल ने आगे कहा पाकिस्तान को अपनी आंतरिक सुरक्षा विफलताओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि झूठी कहानियां गढ़ने पर।' यह बयान दिल्ली ब्लास्ट के ठीक बाद आया, जिसे पाकिस्तान भारत की आंतरिक समस्या बताकर अपनी चाल को जायज ठहराने की कोशिश कर रहा है। विपक्षी दलों ने भी पाकिस्तान की निंदा की, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों हमलों पर शोक व्यक्त किया।
इस्लामाबाद में जोरदार धमाका
बता दें, इस्लामाबाद के जी-11 सेक्टर में स्थित जिला न्यायिक परिसर के बाहर दोपहर करीब 12:39 बजे एक सुसाइड बॉम्बर ने विस्फोट कर दिया। आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, हमलावर अदालत में घुसने में नाकाम रहा और गेट के पास खड़ी पुलिस वाहन के पास खुद को उड़ा लिया। विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास के 10-12 वाहन जल उठे और इमारतों की खिड़कियां टूट गईं। पाकिस्तानी तालिबान (TTP) की एक धड़ा जमात-उल-अहरार ने हमले की जिम्मेदारी ली है, जबकि मुख्य TTP ने इनकार किया।
शरीफ ने एक अंतर-संसदीय सम्मेलन में कहा 'यह हमला अफगानिस्तान की धरती से शुरू हुआ और भारत के समर्थन से अंजाम दिया गया। दुनिया को भारत की इन नापाक साजिशों की निंदा करनी चाहिए।' उन्होंने इसे क्षेत्र में भारतीय राज्य प्रायोजित आतंकवाद का सबसे बुरा उदाहरण बताया, लेकिन कोई ठोस प्रमाण नहीं दिया। PAK के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसे युद्ध की स्थिति' करार दिया और अफगानिस्तान पर TTP को शरण देने का आरोप लगाया। वहीं, अब हमले के बाद इस्लामाबाद में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
दिल्ली ब्लास्ट की दर्दनाक कहानी
दूसरी तरफ, दिल्ली में सोमवार शाम करीब 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक धीमी गति से चल रही कार में विस्फोट हो गया, जिसमें 9 लोग मारे गए और 20 से ज्यादा घायल हुए। पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा के अनुसार, कार में अमोनियम नाइट्रेट से लदा विस्फोटक था, जो संभवत: सुसाइड अटैक था। विस्फोट ने आसपास के वाहनों को आग के हवाले कर दिया और धमाके की आवाज सैकड़ों मीटर दूर सुनाई दी।
फिलहाल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच संभाल ली है और अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत केस दर्ज किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक दिन पहले फरीदाबाद से 2900 किलो विस्फोटक बरामद किए थे, जिसका दिल्ली ब्लास्ट से संभावित लिंक जांचा जा रहा है। वहीं, मेट्रो स्टेशन को मंगलवार को बंद रखा गया।
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