
Donald Trump News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अमेरिकी डॉलर की वैश्विक स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यदि डॉलर ने अपनी विश्व मुद्रा की स्थिति खो दी, तो यह 'विश्व युद्ध हारने जैसा' होगा। जानकारी के अनुसार, ट्रंप की यह चिंता केवल आर्थिक नीतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वैश्विक भू-राजनीति और व्यापार युद्धों से भी जुड़ी है।
चिंता में क्यों है ट्रंप?
ट्रंप ने अपनी दूसरी पारी में राष्ट्रपति बनने के बाद से आर्थिक नीतियों में बड़े बदलाव किए हैं। उनकी नीतियों में भारी-भरकम टैरिफ, डिपोर्टेशन (निर्वासन), और टैक्स कट जैसे कदम शामिल हैं। हालांकि, इन नीतियों ने शुरू में डॉलर को मजबूती दी, लेकिन हाल के महीनों में डॉलर की कीमत में 10%से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। यह 1973के बाद का सबसे खराब प्रदर्शन है। ट्रम्प का मानना है कि यदि डॉलर विश्व की प्रमुख मुद्रा के रूप में अपनी स्थिति खो देता है, तो यह अमेरिका की आर्थिक और वैश्विक प्रभुत्व के लिए विनाशकारी होगा।
ट्रंप की नीतियां, जैसे बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन और सरकारी खर्च में कटौती, ने भी आर्थिक अनिश्चितता को बढ़ाया है। उपभोक्ता विश्वास में कमी और 2025 में मंदी की आशंका ने निवेशकों का भरोसा डगमगाया है। विदेशी निवेशक, जो पारंपरिक रूप से अमेरिकी बॉन्ड्स में निवेश करते थे, अब इनसे दूरी बना रहे हैं। विशेष रूप से, चीन, जो 750 अरब डॉलर से अधिक के अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड्स का मालिक है, अपनी होल्डिंग्स को कम कर सकता है, जिससे डॉलर पर दबाव बढ़ेगा।
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