
America China Tarrif War: अमेरिका ने चीन पर शिकंजा कसते हुए वहां से आने वाले कुछ सामानों पर 145फीसदी का टैरिफ लगा दिया है। जिस वजह से चीन पूरी तरह बौखला गया है। अमेरिका के इस फैसले के बाद अब चीन का एक बयान सामने आया है। अपने बयान में 'चीन ने यूरोपीय संघ से अपील की है कि वे अमेरिका की एकतरफा दबंगई के खिलाफ साथ मिलकर काम करें।'
बता दें, अमेरिका के बाद यूरोपीय संघ ने भी चीन पर टैरिफ लगाने का फैसला किया था। लेकिन अभी इस फैसले को कुछ समय तक के लिए टाल दिया है। बढ़ते टैरिफ की वजह से चीन बिल्कुल अकेला पड़ गया है। लेकिन अभी तक उसने हार नहीं मानी है।
टैरिफ वॉर पर चीन का बयान
दरअसल, हाल ही में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग में स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ से मुलाकात की। उस दौरान चीन के राष्ट्रपति ने यूरोपीय संघ को चेतावनी दी है कि उसे चीन के साथ मिलकर काम करना चाहिए। जिससे वह अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार विवाद का सामना बिना किसी मुश्किल के कर सकें।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आगे कहा था 'चीन और यूरोप को साथ मिलकर अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों को उठाना चाहिए। ऐसा करने से अमेरिका की एकतरफा वाली नीतियों का मिलकर सामने कर सकेंगे।'
चीन ने अमेरिका को कहा 'मक्कार'
गौरतलब है कि चीन ने टैरिफ के मुद्दे पर अमेरिका के राष्ट्रपति से बातचीत करने से साफ मना कर दिया था। इतना ही नहीं, चीन ने अमेरिका को 'मक्कार' भी कहा था। चीन ने आगे कहा था कि वह हार नहीं मानेगा और इस लड़ाई में आखिर तक बना रहेगा। इस बयान के बाद ट्रंप ने चीन की टैरिफ दरों को और बढ़ाकर 145प्रतिशत कर दिया।
बता दें, अमेरिका ने 02 अप्रैल से ही रेसिप्रोकल टैरिफ के ऐलान किया था। जिसके बाद से ग्लोबल मार्केट में मंदी देखने को मिल रही है। इस बीच ट्रंप ने कई देशों पर लगाए गए शुल्क को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया। लेकिन चीन पर 145 प्रतिशत का टैरिफ बढ़ा दिया गया।
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