NASA Artemis II: 50 साल बाद फिर MOON MISSION पर इंसानों को भेजेगा NASA, पहली बार कोई महिला भी लगाएगी चांद का चक्कर

NASA Artemis II: 50 साल बाद फिर MOON MISSION पर इंसानों को भेजेगा NASA, पहली बार कोई महिला भी लगाएगी चांद का चक्कर

NASA Artemis II:  नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) और कनाडाई स्पेस एजेंसी (CSA) ने सोमवार को उन चार अंतरिक्ष यात्रियों की घोषणा की है, जो आर्टेमिस II पर चंद्रमा के चारों ओर चक्कर लगाएंगे। रीड विस्मैन, विक्टर ग्लोवर, कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री जेरेमी हैनसेन और नासा मिशन विशेषज्ञ क्रिस्टीना कोच चार अंतरिक्ष यात्री हैं जो मिशन के दौरान चंद्रमा पर ले जाएंगे। 1972 में अपोलो मिशन के बाद से पहला चंद्र मानव अंतरिक्ष यान मिशन है।

आपको बता दें कि, दिसंबर 2022 में आर्टेमिस-I मिशन के सफल होने के बाद आर्टेमिस II मिशन के लिए अमेरिका से 2024 में लॉन्च करने के लिए तैयार है। नासा ने अपने चंद्रमा के मिशन के लिए पहली बार एक महिला और एक अफ्रीकी-अमेरिकी को अंतरिक्ष यात्रियों के रूप में चुना है। आर्टेमिस II मिशन के यात्री चंद्रमा पर लैंड नहीं करेंगे और केवल उसका चक्कर लगाकर वापस लौट आएंगे। आर्टेमिस मिशन के जरिये नासा चंद्रमा पर दीर्घकालिक मौजूदगी की सुविधा स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।

चांद पर जाने वाली पहली महिला

चांद पर जाने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री 44 साल की क्रिस्टीना कोच एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं। वह 328 दिनों तक अंतरिक्ष में रह चुकी हैं और किसी महिला द्वारा सबसे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड है।

कितनी लंबी यात्रा करेंगे ये चार एस्ट्रोनॉट्स

अब 2024 में अर्टेमिस-2 (Artemis-2) और 2025 में अर्टेमिस-3 (Artemis-3) मिशन भेजा जाएगा। अर्टेमिस-3 में ही एस्ट्रोनॉट्स को चंद्रमा पर भेजा जाएगा। तब तक जरुरत के मुताबिक तकनीके विकसित की जाएंगी। चारों एस्ट्रोनॉट्स को SLS रॉकेट पर लगे ओरियन स्पेसक्राफ्ट के जरिए फ्लोरिडा स्थित नासा के केनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 39बी से छोड़ा जाएगा। अगर सिर्फ फ्लाई बाई हुआ यानी चांद के चारों तरफ चक्कर लगाकर आना हुआ तो यात्रा करीब 42 दिन की होगी। इस दौरान यान और एस्ट्रोनॉट्स करीब 21 लाख किलोमीटर की यात्रा करेगा। वापस लौटते समय लैंडिंग प्रशांत महासागर में कहीं कराई जा सकती है।

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