
Israel Hamas War: पिछले पांच सप्ताह से अधिक समय से ऐसी खबरें आ रही हैं कि इजरायल-हमास युद्ध किसी भी समय मध्य पूर्व के अन्य देशों में फैल सकता है। ऐसा होने से रोकने के लिए दुनिया के कई देश प्रयास कर रहे हैं। अमेरिका ने भी इस मामले में इजराइल को कूटनीतिक समर्थन दिया है और लगातार इस कोशिश में लगा हुआ है। इस युद्ध के कई पहलू हैं जो इसे विस्तार देने का काम कर सकते हैं।
जबकि हिजबुल्लाह ने युद्ध में हमास का खुलकर समर्थन किया है, लेकिन वह भी अभी तक युद्ध में खुलकर शामिल नहीं हुआ है। इस बीच इजराइल ने कहा है कि वह बेरूत को गाजा में बदल सकता है। इस कथन में कई अर्थ छुपे हुए हैं।
हिजबुल्लाह का बयान
हाल ही में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने अपने भाषण में दावा किया है कि इजरायल कभी भी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएगा और गाजा में जो कुछ भी हो रहा है, आने वाली पीढ़ियां उससे ज्यादा मजबूत होंगी। नसरल्लाह ने इजराइल को लेबनान के खिलाफ मोर्चा न खोलने की चेतावनी दी और मोर्चे पर आत्मघाती ड्रोन और बुर्कान मिसाइलों समेत नए हथियार तैनात करने की भी बात कही।
इजराइल का पलटवार?
इस बयान के जवाब में इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने चेतावनी दी कि इजरायल बेरूत को गाजा में बदलने की क्षमता रखता है। इजरायली सरकार ने लेबनान को सख्त चेतावनी भी दी है। हाल ही में दक्षिणी लेबनान में इजरायली सेना और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों ने एक दूसरे पर हमले तेज कर दिए हैं। हालाँकि हिजबुल्लाह खुले तौर पर युद्ध में नहीं उतरा है, लेकिन वह कहता रहा है कि वह युद्ध में उतर सकता है।
हमास, गाजा और फ़िलिस्तीन
7 अक्टूबर को हमास के हमले से शुरू हुए इस युद्ध में अब इजरायली सेना हमास को पूरी तरह से खत्म करने के लिए गाजा पर लगातार हमले कर जमीनी कार्रवाई कर रही है। हमास को ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन माना जाता है जो 2007 से गाजा में सत्ता में है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि फिलिस्तीनी क्षेत्र के संदर्भ में, हमास का प्रभाव केवल गाजा पर है, जबकि फिलिस्तीन के दूसरे हिस्से, वेस्ट बैंक, फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण के अधीन है और हमास से अलग है।
हिजबुल्लाह का दायरा
वहीं, हिजबुल्लाह भी दक्षिणी लेबनान में सक्रिय एक ईरान समर्थित सैन्य संगठन है, जिसे पश्चिमी देश आतंकवादी संगठन कहते हैं क्योंकि लेबनान में राजनीतिक पहचान बनाने के बावजूद यह अपने आतंकवादी तरीकों को जारी रखता है। हमास के हमले के बाद से हिजबुल्लाह खुलकर हमास का समर्थन और समर्थन कर रहा है।
बेरूत और हिज़्बुल्लाह
बेरूत लेबनान की राजधानी है। लेबनान की सीमा पश्चिम में भूमध्य सागर, पूर्व में सीरिया और दक्षिण में इज़राइल से लगती है। कहा जाता है कि वर्तमान लेबनानी सरकार और हिज़्बुल्लाह के बीच अच्छे संबंध हैं। हिज़्बुल्लाह का सबसे अधिक प्रभाव लेबनान के शिया-बहुल क्षेत्रों में है, विशेषकर दक्षिणी लेबनान में, जिसमें बेरूत के कुछ हिस्से भी शामिल हैं।
इजराइल के प्रयास
मध्य पूर्व में युद्ध से पैदा हुई संवेदनशीलता के कारण इजराइल की पूरी कोशिश है कि इस युद्ध को सिर्फ गाजा और हमास तक ही सीमित रखा जाए और अगर युद्ध फैलता है तो इसकी जिम्मेदारी इजराइल पर नहीं थोपी जा सकती। बताया जा रहा है कि इजराइल को अमेरिका का पूरा कूटनीतिक समर्थन हासिल है और इसी वजह से इजराइल को गाजा पर जमीनी हमला करने में वक्त लगा।
वर्तमान समय में अरब देशों में ईरान और सऊदी अरब दोनों शामिल हैं। गाजा पर इजरायल के हमले को रोकने की कोशिश। जबकि ईरान की इजरायल और अमेरिका से कट्टर दुश्मनी है। इजराइल और अमेरिका आरोप लगाते रहे हैं कि हमास और हिजबुल्लाह ईरान के इशारे पर इजराइल के खिलाफ काम कर रहे हैं। वहीं, ईरान इजरायल को रोकने के लिए अरब देशों को एकजुट करना चाहता है।
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