
BRI Project: इटली और चीन के रिश्ते कितने मजबूत है इसके बारे में कुछ नहीं जा सकता है। लेकिन चीन के सबसे बड़े प्रोजेक्ट से अचानक दूर हटना इस बात का संकेत देता है कि उनके रिश्ते कुछ खास नहीं है। हालांकि इस प्रोजेक्ट के बीच इटली ने इसको लेकर चीन को नोटिस भेज दिया है जिसमें साफतौर पर लिखा गया है वह इस प्रोजेक्ट से अब जुड़े नहीं रह सकते है। तो चलिए आपको इस प्रोजेक्ट और इटली ने अचानक अपने फैसले को क्यों बदला इसके बारे में बताते है।
अचानक BRI प्रोजेक्ट से हटा इटली
दरअसल 4 साल पहले इटली ने चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट से जुड़ने का ऐलान किया था। ये प्रोजेक्ट 5 साल के लिए किया गया था। 2024 मार्च में इस प्रोजेक्ट की अवधि खत्म होती और उसके बाद इटली के पास इस प्रोजक्ट को या तो रिन्यू होता या फिर इससे दूरी बनानी थी। लेकिन इस प्रोजेक्ट के समझौते से पहले ही इटली ने चीन को इससे अलग होने के लिए नोटिस जारी कर दिया। 6 दिसंबर 2023 के इटली की सरकार ने आधिकारिक तौर पर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) प्रोजेक्ट से खुद को बाहर करने का ऐलान किया था।
4 साल पहले अपनी मर्जी से जुड़ा था इटली
इटली इस प्रोजेक्ट के साथ साल 2019 में जुड़ा था। खास बात ये है कि चीन की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक बीआरआई पर उस साल हस्ताक्षर करने वाला इटली एकमात्र प्रमुख पश्चिमी देश था। जब इटली चीन की BRI परियोजना से जुड़ा था, तब देश को अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे के लिए बाहरी निवेश की आवश्यकता महसूस हो रही थी। इस परियोजना में शामिल होने से पहले, अन्य यूरोपीय देशों की तरह, इटली ने पिछले 10 वर्षों में तीन मंदी का सामना किया था।
मौजूदा सरकार ने इस फैसले को गलत बताया
दूसरी ओर, इटली के यूरोपीय संघ के साथ बहुत अच्छे संबंध नहीं थे। ऐसी स्थिति में इटली को अपने देश की अर्थव्यवस्था को और अधिक विस्तारित करने के लिए चीन की ओर बढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। अब जब इटली को चीन के साथ इस प्रोजेक्ट से जुड़े हुए 4 साल हो गए हैं, तो इटली सरकार को लग रहा है कि BRI प्रोजेक्ट से जुड़े रहने के बाद भी उन्हें कोई खास फायदा नहीं हुआ है। इस घोषणा से पहले ही इटली के मौजूदा प्रधानमंत्री मेलोनी ने इस देश को BRI प्रोजेक्ट से जोड़ने के फैसले को पिछली सरकार की गंभीर गलती बताया था।
उन्होंने अपने भाषणों के दौरान कई बार यह संकेत भी दिया है कि वह इस प्रोजेक्ट से हटने की योजना बना रही हैं। आपको बता दें कि जब इटली ने साल 2019 में BRI प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए हस्ताक्षर किए थे तो देश के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे थे। साल 2022 में इटली में जॉर्जिया मेलोनी के नेतृत्व में नई सरकार बनेगी।
क्या है चीन का BRI प्रोजेक्ट?
दरअसल, चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को न्यू सिल्क रूट के नाम से भी जाना जाता है। यह परियोजना ऐतिहासिक काल के सिल्क रूट को फिर से बनाने के विचार से शुरू की गई थी। चीन इस नए सिल्क रूट के जरिए चीन, यूरोप और एशिया के दूसरे देशों से जुड़ना चाहता है। बीआरआई के तहत चीन एशिया, यूरोप और अफ्रीका के 70 देशों को समुद्र, रेल और सड़क मार्ग से जोड़ने की योजना बना रहा है।
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