
Israel Attack On Beirut: ईरानी कुद्स फोर्स के ब्रिगेडियर-जनरल इस्माइल कानी की लापता होने की खबर ने सुरक्षा और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कानी, जो कासिम सुलेमानी के उत्तराधिकारी हैं, हाल ही में इजरायल के हवाई हमले के संदर्भ में चर्चा में आए हैं। जानकारी के अनुसार, वह हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशम सफियोद्दीन के साथ थे, जब इजरायल ने उन पर एयर स्ट्राइक की।
हाल ही में हुए एक इजरायली हवाई हमले में हिज्बुल्लाह के नेता हाशम सफियोद्दीन को निशाना बनाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में कानी के घायल होने की संभावना जताई जा रही है। उन्हें आखिरी बार हिज्बुल्लाह के तेहरान ऑफिस में देखा गया था, लेकिन उनकी वर्तमान स्थिति पर अब तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
कानी की अनुपस्थिति से बढ़ी चिंताएं
इस्माइल कानी की अनुपस्थिति ने चिंता को और बढ़ा दिया है, खासकर तब जब वे हसन नसरल्लाह की श्रद्धांजलि सभा में शामिल नहीं हुए। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरानी अधिकारियों के पास कानी की मौजूदगी के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। इससे उनकी मौत की संभावनाओं पर भी सवाल उठने लगे हैं।
क्षेत्रीय तनाव का बढ़ता खतरा
इजरायली एन12 की रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिण बेरूत में हुए हमले में कानी के घायल होने की आशंका है। इस स्थिति ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के सदस्यों के बीच चिंता का माहौल बना दिया है। कानी की स्थिति को लेकर ईरान के अंदर और बाहर राजनीतिक हलचल बढ़ गई है।
सुलेमानी के बाद कानी की भूमिका
2020 में कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद इस्माइल कानी ने कुद्स फोर्स का नेतृत्व संभाला था। वह मध्य पूर्व में ईरान की सैन्य रणनीति के प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। अब कानी की लापता होने की स्थिति ने क्षेत्रीय सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, जिससे ईरान और लेबनान के बीच तनाव बढ़ सकता है।
इस घटनाक्रम का असर वैश्विक स्तर पर भी देखने को मिल सकता है, क्योंकि कानी की अनुपस्थिति से न केवल क्षेत्रीय राजनीति प्रभावित होगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है। सभी की नजरें अब इस मामले पर हैं, क्योंकि इससे क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति और जटिल हो सकती है।
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