
नई दिल्ली - हाल ही में हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद, इजराइल की सुरक्षा रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं। यह जानने की उत्सुकता है कि इजराइल के रडार पर अगला लक्ष्य कौन है। शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि संघर्ष तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक आतंक का पूरी तरह सफाया नहीं किया जाता।
इजराइल की रडार पर संभावित लक्ष्य
याह्या सिनवार:हमास का प्रमुख, याह्या सिनवार, इजराइल की वर्तमान लड़ाई का केंद्रहै। 2023में हमास द्वारा इजराइल पर किए गए पहले बड़े हमले के बाद से दोनों के बीच संघर्ष जारी है। सिनवार, जो गाजा में जन्मा और इजराइली सैनिकों की हत्या के मामले में जेल जा चुका है, उसने 2017में हमास का नेतृत्व संभाला। हाल के प्रयासों के बावजूद, इजराइल अब तक उसे खत्म नहीं कर सका है।
अली खामेनेई: ईरान के सुप्रीम लीडर, खामेनेई पर इजराइल का आरोप है कि वह हिजबुल्लाह और हमास को समर्थन दे रहे हैं। नसरल्लाह की हत्या के बाद, ईरान ने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। खामेनेई ने इजराइल की नीतियों की आलोचना की है और हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें संभावित रणनीतियों पर चर्चा की जा सकती है।
अब्दुल मलिक अल-हूती:यमन के हूती संगठन का प्रमुख भी इजराइल की नजर में है। अल-हूती ने जुलाई 2024में इजराइल पर हमले की जिम्मेदारी ली थी और उनके संगठन ने कई बार इजराइल पर मिसाइल हमले किए हैं। अल-हूती का नेतृत्व यमन में विद्रोह के दौरान सुर्खियों में आया था, और वह ईरान का समर्थन प्राप्त करते हैं।
इजराइल का ऑपरेशन ‘न्यू ऑर्डर’
नेतन्याहू के नेतृत्व में इजराइल का "न्यू ऑर्डर ऑपरेशन" उन संगठनों के शीर्ष कमांडरों को निशाना बनाने के लिए एक सुनियोजित रणनीति है। इस अभियान के तहत, पहले लक्ष्यों को पहचाना जाता है, फिर उनकी गुप्त जानकारी इकट्ठा की जाती है, और अंत में सटीक हमले किए जाते हैं।
इस प्रकार, इजराइल आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम को लगातार आगे बढ़ा रहा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है।
Leave a comment