Xi Jinping के G20 में शामिल नहीं होने की भारत ने तोड़ी चुप्पी, क्या इस गलकी पर चेहरा छुपा रहे है चीनी राष्ट्रपति?

Xi Jinping के G20 में शामिल नहीं होने की भारत ने तोड़ी चुप्पी, क्या इस गलकी पर चेहरा छुपा रहे है चीनी राष्ट्रपति?

India's reaction Xi Jinping not attending G20: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बहुप्रतीक्षित G20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होने की खबरों के बीच,इंडियन ऑफिशियलस ने इन खबरों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। ऑफिशियलस ने कहा कि वह अभी भी बीजिंग से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार कर रहा है।

आपको बता दें कि,आमंत्रित किए गए लगभग सभी मेहमानों को उनकी उपस्थिति के बारे में पहले ही सूचित कर दिया है, लेकिन चीन ने इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है कि उनके नेता इस कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं।

अभी भी लिखित पुष्टि का इंतजार है -अधिकारी

G20के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी ने शुक्रवार को कहा कि भारत अगले सप्ताहांत यहां होने वाले G20नेताओं के शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भागीदारी पर चीन से लिखित पुष्टि का इंतजार कर रहा है।

मुक्तेश परदेशी ने कहा, ''हमने अखबारों में कुछ रिपोर्टें देखी हैं। लेकिन, हम लिखित पुष्टि पर चलते हैं और हमने (लिखित पुष्टि) नहीं देखी है। जब तक हम यह नहीं देख लेते कि मैं किसी भी तरह से कहने की स्थिति में नहीं हूं।'' 9-10सितंबर को शी द्वारा G20बैठक में भाग न लेने और इस आयोजन के लिए प्रधान मंत्री ली कियांग को नियुक्त करने की रिपोर्टों के बारे में।

क्या है Jinping की 'गलती'?

दरअसल, G20 शिखर सम्मेलन शुरू होने से ठीक 12 दिन पहले चीन ने अपना एक नया नक्शा जारी किया। इस नक्शे में भारत के अक्साई चिन और अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा दिखाया गया था। इतना ही नहीं, चीन ने अपने पड़ोसी देशों के कुछ द्वीपों को भी दक्षिण चीन सागर में अपना हिस्सा बताया है। इसके अलावा ताइवान को भी चीन का हिस्सा दिखाया गया है। चीनी मैप जारी करने के समय को जिनपिंग की 'गलती' के रूप में देखा जा रहा है।

चीन का नक्शा सामने आते ही भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। भारत ने कहा कि चीन के दावों को सिरे से खारिज किया जाता है, क्योंकि उनका कोई आधार नहीं है। भारत ने कड़े शब्दों में कहा कि चीन के ऐसे कदम रिश्ते को जटिल बनाते हैं।

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