
India-Ties with Bangladesh: बांग्लादेश में एक महीने तक लगातार चले आरक्षण और सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना को न केवल सत्तल बल्कि देश छोड़कर भागना पड़ा। बांग्लादेश में शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले छात्र आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र नेताओं में से एक ने भारत सरकार के खिलाफ जहर उगला है। 26 वर्षीय छात्र नेता नाहिद इस्लाम वर्तमान अंतरिम बांग्लादेश सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सलाहकार हैं।
नाहिद इस्लाम ने कहा है कि वह न्यायपालिका, पुलिस, नागरिक नौकरशाही जैसी राष्ट्रीय संस्थाओं में आमूल-चूल सुधार की योजना पर काम कर रहे हैं। ढाका विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र की पढ़ाई करने वाले नाहिद इस्लाम सबसे मुखर छात्र नेताओं में से एक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि भारत सरकार का बांग्लादेश की सिर्फ एक पार्टी को समर्थन देना दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट की बड़ी वजह है।
भारत के संबंध विशेष दल के साथ हैं, न कि देश के साथ-नाहिद
अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने के बाद भारत के साथ संबंधों पर नाहिद इस्लाम ने कहा कि भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंध हैं, हमारे बीच कुछ मतभेद भी आए हैं। बांग्लादेश के साथ भारत के रिश्ते 2 देशों के बीच हैं, 2 देशों के लोगों के बीच हैं। उन्होंने कहा, 'लेकिन हमने कई बार महसूस किया है कि भारत के संबंध एक विशेष राजनीतिक दल के साथ हैं, न कि देश या बांग्लादेश के लोगों के साथ। इसने बांग्लादेश के लोगों के साथ नहीं बल्कि अवामी लीग के साथ संबंध बनाए रखा। यह बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के लिए भी समस्याग्रस्त है।
भारत को क्या सलाह दी?
नाहिद इस्लाम ने कहा कि इसलिए भारत को यह समझना चाहिए कि उसे अपने रिश्ते जनता और देश के साथ विकसित करने और बनाए रखने चाहिए, न कि किसी खास पार्टी के साथ। राजनीतिक दल आएंगे और जाएंगे, सरकारें आएंगी और जाएंगी, लेकिन उन्हें देश और इसके लोगों के साथ संबंध बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अवामी लीग के साथ संबंध और शासन को उसका समर्थन एक खुला रहस्य है, इसलिए यहां के लोगों में गुस्सा है।
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