ऑस्ट्रेलिया मीडिया का दावा...भारत चुरा रहा है उनके मिलिटरी सीक्रेट, 4 साल पहले भी लगा था आरोप

ऑस्ट्रेलिया मीडिया का दावा...भारत चुरा रहा है उनके मिलिटरी सीक्रेट, 4 साल पहले भी लगा था आरोप

India Spying On Australia: ऑस्ट्रेलियाई मीडिया इन दिनों चर्चा में है या यूं कहें कि विवादों में है। क्रिकेट हो या वैश्विक कूटनीति...इन दोनों ही क्षेत्रों में ऑस्ट्रेलिया को भारत से कड़ी टक्कर मिल रही है। वैसे तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अच्छे रिश्ते हैं लेकिन वहां का मीडिया कुछ ऐसा कर देता है जिससे रिश्तों में थोड़ी कड़वाहट आ जाती है। दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने आरोप लगाया है कि हमारे सैन्य रहस्यों को चुराने की कोशिश की गई। उन्होंने भारत पर ऐसा करने का आरोप लगाया। हालांकि, उनके आरोपों पर वहां की सरकार ने कुछ नहीं कहा है।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया दावा कर रहा है कि भारत में एक पूरा जासूसी गिरोह चल रहा था जो बड़े पैमाने पर काम कर रहा था। ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (एबीसी) ने बताया कि संवेदनशील रक्षा परियोजनाओं और हवाई अड्डे की सुरक्षा के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के व्यापार संबंधों पर जानकारी चुराने का प्रयास किया गया था। ऑस्ट्रेलियन और सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने कहा कि दोनों भारतीय जासूसों को देश छोड़ने के लिए कहा गया है। यह उनकी नवीनतम टिप्पणी है।

4 साल पहले भी लगा था आरोप

अब थोड़ा पीछे चलते हैं। चार साल पहले, 2020 में, ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन (एएसआईओ) ने वहां रहने वाले भारतीय जासूसों पर वर्तमान और पूर्व राजनेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित करने का आरोप लगाया था। इसके बाद 2021 में ASIO के महानिदेशक माइक बर्गेस ने एक जासूसी नेटवर्क का संकेत दिया, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इसके पीछे कथित तौर पर किस देश का हाथ है।

उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया क्या निर्यात करता है और कब निर्यात करता है, इसकी सारी जानकारी निकालने की कोशिश की गई। ऑस्ट्रेलिया में एयरपोर्ट्स के बारे में सारी जानकारी जानने की कोशिश की गई कि चेकिंग कैसे होती है, प्रोटोकॉल क्या है।

क्या कह रही है ऑस्ट्रेलियाई सरकार?

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया जासूसी का आरोप लगा रहा है, लेकिन वहां की सरकार का क्या कहना है? जब ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग से इस रिपोर्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'ठीक है, आप मेरा जवाब सुनकर हैरान नहीं होंगे कि हम खुफिया मामलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं।' उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमारा मित्र है और हमारे साथ उसके संबंध बहुत अच्छे हैं।

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