
Shivering Occurs Due To Cold: कभी आपने सोचा है कि जब हमें ठंड लगती है तो हमारा शरीर क्यों कांपने लगता है? यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हम सभी सर्दियों के मौसम में अनुभव करते है लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे का क्या कारण है? दरअसल, जब हम ठंडे वातावरण में होते हैं या बीमार होते हैं, तो हमारा शरीर अपने इंटरनल टेंपरेचर को मेनटेन रखने के लिए स्ट्रगल करता है। हमारी बॉडी एक तय तापमान पर स्वस्थ्य रहती है और जब यह तापमान कम होने लगता है, तो शरीर तापमान बढ़ाने के कई तरीके अपनाता है। इनमें से एक तरीका है कंपकपी। आइए, विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
कंपकपी क्यों होती है?
दरअसल, कंपकपी हमारी बॉडी का एक ऑटोमेटिक रिस्पांस है। जब हमारा शरीर ठंड महसूस करता है, तो ब्रेन एक मैसेज भेजता है जो मांसपेशियों को तेजी से सिकोड़ने और फैलाने का का काम करता है। यह तेजी से होने वाला कॉन्ट्रैक्शन और फैलाव ही कंपकपी का कारण है।
आप जानते ही होंगे कि मानव शरीर एक खास तापमान पर काम करता है। ये तापमान लगभग 37डिग्री सेल्सियस या 98.6डिग्री फारेनहाइट होता है। चाहे बाहर की गर्मी हो या सर्दी, हमारा शरीर इस तापमान को बनाए रखने का प्रयास करता है लेकिन, जब हमारे शरीर का तापमान सामान्य स्तर से ऊपर चला जाता है, तो हम बुखार आ जाता है। बुखार का मतलब है कि हमारा शरीर किसी बीमारी से मुकाबला कर रहा है।
कंपकपी से कैसे पैदा होती है गर्मी?
मसल्स की एक्टिविटी: जब हमारी मसल्स तेजी से सिकुड़ती और फैलती हैं, तो यह एक फिजिकल एक्टिविटी की तरह होता है इसलिए इस दौरान एनर्जी का इस्तेमाल होता है जिससे शरीर में गर्मी आ जाती है। यह गर्मी हमारी बॉडी के टेंपरेचर को बढ़ाने का काम करती है। कंपकपी के दौरान ब्लड का फ्लो भी बढ़ जाता है। जब ब्लड हमारे शरीर के अलग-अलग अंगों में तेजी से बहता है, तो यह बॉडी के कोर को गर्म रखने में मदद करता है। वहीं, कंपकपी के दौरान हमारा शरीर ज्यादा एनर्जी का इस्तेमाल करता है। यह एनर्जी हमारे शरीर में मौजूद फैट के बर्न होने पर मिलती है।
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