कैंसर से लड़ते हुए दिलाया गोल्ड, कौन है भारतीय फुटबॉल के आर्किटेक्ट सैयद अब्दुल रहीम?

कैंसर से लड़ते हुए दिलाया गोल्ड, कौन है भारतीय फुटबॉल के आर्किटेक्ट सैयद अब्दुल रहीम?

Syed Abdul Rahim:  अजय देवगन की फिल्म ‘मैदान’का ट्रेलर सामने आ चुका है। ये फिल्म भारतीय फुटबॉल के आर्किटेक्ट कहे जाने वाले अब्दुल रहीम के ऊपर आधारित है जिसमें अब्दुल रहीम का किरदार अजय देवगन निभाते नजर आएंगे। इस ट्रेलर को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। दरअसल, ये फिल्म पहले साल 2019 में रिलीज होने वाली थी लेकि 8 बार फिल्म की डेट आगे बढ़ चुकी है। लेकिन अब फाइनली ये फिल्म ईद के मौके पर रिलीज की जाएगी। ऐसे में जानते हैं आखिर कौन है अब्दुल रहीम

दरअसल, साल 1949 में उन्हें भारतीय टीम को ट्रेंन करने का मौका मिला। अब्दुल रहीम भारतीय टीम के कोच और मैनेजर रहे। कहा जाता है कि अब्दुल रहीम ने झोपड़पट्टियों तक से लोगों को उठाकर टीम में जगह दी। पहले भारतीय टीम नंगे पैर खेलती थी लेकिन वो अब्दुल रहीम ही थे जिन्होंने भारतीय को जूते पहनकर खेलना सिखाया।

टीमों से लड़ने का पैदा किया जज्बा

इसके साथ ही दुनिया की बड़ी-बड़ी टीमों से लड़ने का जज्बा भी पैदा किया। जो भारतीय टीम साल 1950 में फुटबॉल विश्वकप खेल भी नहीं पाई थी उस टीम ने साल 1951 एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। जिसके पांच साल बाद 1956 में भारत ने ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई किया। उस दौरान टीम कोई मेडल तो नहीं जीत सकी लेकिन चौथा स्थान हासिल किया था। भारत जैसी टीम जो 6 सालों में न सिर्फ ओलंपिक खेल रही थी, बल्कि सेमीफाइनल में भी पहुंच रही थी।

भारत को दिलाया मेडल

उन्होंने साल 1962 में एक बार फिर जकार्ता एशियन गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। कहा जाता है कि इस फाइनल के दौरान भारत के दो प्लेयर घायल और गोलकीपर बीमार था। लेकिन रहीम ने ऐसा जोश खिलाड़ियों में भरा कि घायल खिलाड़ियों के साथ भी भारत ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया। सबसे ताज्जुब की बात ये है कि रहीम जकार्ता एशियन गेम्स के दौरान लंग कैंसर से जूझ रहे थे पर फिर भी उनके हौसले बुलंद थे जिस वजह से भारत फुटबॉल का सिरमौर बना।

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