UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से एक ऐसी वारदात सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। यहां एक बेटे ने अपनी ही मां-बाप की कमाई पर डाका मारने के चक्कर में पिता का गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने तीन महीने बाद इस मामले का खुलासा किया।
हैरानी की बीत यह है कि मृतक के बेटे रामसुभग तिवारी ने बॉलीवुड फिल्म 'दृश्यम' और टीवी शो 'क्राइम पेट्रोल' से प्रेरणा लेकर अपराध की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की थी। संपत्ति और पैसे के लालच में अंधा हो चुका यह बेटा अब जेल की सलाखों के पीछे है। इस घटना में उसका दोस्त ऋषभ शुक्ला भी शामिल था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
बता दें, यह मामला कल्याणपुर थाना क्षेत्र के पुराना शिवली रोड स्थित चंदेल नगर का है। मृतक 62 वर्षीय कमलापति तिवारी एक रिटायर्ड रेलवे गार्ड थे। जो बिहार के जयनगर में नौकरी करने के बाद वे कानपुर में बस चुके थे। जानकारी के अनुसार, उनके पास आठ दुकानों से आने वाली मोटी किराया आय और 60 हजार रुपये की मासिक पेंशन थी। जिस वजह से उनके परिवार को कभी पैसों को लेकर कोई दिक्कत नहीं हुई। वहीं, उनकी पत्नी मधु तिवारी अक्सर अपना ज्यादातर समय वृंदावन में ही बिताती थी।
लेकिन परिवार की खुशियों को ग्रहण तब लगा, जब वह एपने घर जाने के लिए निकले, लेकिन कभी पहुंच नहीं पाए। पूथने पर बेटे रामसुभग ने कहा कि वह बिहार गए है। ये सिलसिला कई दिनों तक चला, लेकिन जब कई दिन बीतने के बाद भी पिता की कोई खोज-खबर नहीं मिली, तब कल्याणपुर थाने में कमलापति तिवारी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उस दौरान औरैया जिले के बेला थाना क्षेत्र में एक नहर किनारे जली हुई लाश मिली थी। जिसका चेहरा पूरी तरह जल चुका था। लेकिन छानबीन के समय शव की पहचान कर ली गई। मधु ने बताया कि वो शव उसके पति का ही है।
पुलिस जांच में हुआ खुलासा
दूसरी तरफ. पुलिस ने शिकायत दर्ज करते हुए मामले की जांच शूरु कर दी। लेकिन पूछताछ के दौरान आरोपी बेटे ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। इस अपराध में उसका दोस्त ऋषभ शुक्ला भी शामिल था। दोनों ने कमलापति को घर लौटते वक्त गला दबाकर मार डाला। लाश को बोरे में भरकर कार से करीब 75-100 किलोमीटर दूर औरैया ले गए, जहां पेट्रोल और पॉलीथीन से चेहरा जला दिया ताकि शव पहचान में ना आए। कपड़े उतारकर फेंक दिए और सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की।
आरोपी बेटे ने बताया कि उसके पिता के पास खूब सारा पैसा था, लेकिन वह बेरोजगार था और पिता से बार-बार पैसे मांगता था। इन सब से परेशान बेटे ने 'दृश्यम' फिल्म देखी, जिसमें अजय देवगन का किरदार अपराध छिपाने के लिए चालाकी से काम लेता है। उसी तरह बेटे ने प्लान बनाया हत्या कर लाश को ठिकाने लगाना और पुलिस को चकमा देना। 'क्राइम पेट्रोल' के एपिसोड भी उसकी 'ट्रेनिंग' का हिस्सा बने।
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