US vs China Trade Tension: दुनियाभर में ट्रेड का दबाव बना रहे डोनाल्ड ट्रंप को चीन ने बड़ा झटका दिया। 7 साल में पहली बार चीन ने अमेरिकी सोयाबीन की खरीदी नहीं की। चीन ने सितंबर में अमेरिका से कोई सोयाबीन आयात नहीं किया। नवंबर 2018 के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि शिपमेंट शून्य है। चीन की तरफ से एक डेटा शेयर किया गया, जिसमें बताया गया है कि पिछले महीने सितंबर में अमेरिका से आयात एक साल पहले के 1.7 मिलियन मीट्रिक टन से कम होकर 0 हो गया।
रॉयटर्स ने कहा कि चीन द्वारा अमेरिकी आयातों पर लगाए गए हाई टैरिफ के कारण शिपमेंट में गिरावट आई है। साथ ही पहले से काटी गई अमेरिकी आपूर्ति का व्यापार पहले ही हो चुका है, जिसे पुरानी फसल की फलियां कहा जाता है।
चीन ने किया इन देशों के साथ आयात
कैपिटल जिंगडू फ्यूचर्स के एक एक्सपर्ट वान चेंगजी ने कहा कि चीन दुनिया में सबसे ज्यादा सोयाबीन खरीदता है। लेकिन आयात में गिरावट का मुख्य कारण टैरिफ है। एक सामान्य वर्ष में कुछ पुरानी फसल की फलियां अभी भी बाजार में आ रही हैं। कस्टयम ड्यूटी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने ब्राजील से आयात पिछले साल-दर-साल 29.9 प्रतिशत बढ़कर 10.96 मिलियन टन हो गया, जो चीन के कुल तिलहन आयात का 85.2 प्रतिशत है, वहीं अर्जेंटीना से आयात 91.5 प्रतिशत बढ़कर 1.17 मिलियन टन हो गया, जो कुल आयात का 9 प्रतिशत है।
सोयाबीन पर समझौता
हफ्तों तक नए टैरिफ खतरे और निर्यात कंट्रोल के बाद बीजिंग और वाशिंगटन के बीच व्यापार को लेकर बातचीत फिर से गति पकड़ती दिख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार, 19 अक्टूबर को कहा कि उन्हें विश्वास है कि सोयाबीन पर समझौता हो सकता है।
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