
नई दिल्ली: अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने दावा किया है कि ईरान ने डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रची थी। इस साजिश के तहत, एक ईरानी शख्स को ट्रंप को मारने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, और यह प्लान था कि ट्रंप को सात दिनों के भीतर मारा जाए। इस संबंध में अमेरिकी न्याय विभाग ने आपराधिक मामले कोर्ट में दायर किए हैं, जहां इस साजिश के बारे में जानकारी सामने आई है।
यह घटना अमेरिकी चुनाव से पहले की बताई जा रही है, जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है। ऐसे आरोपों से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। अर्धसैनिक क्रांतिकारी गार्ड के एक अधिकारी ने सितंबर में एक भाड़े के शूटर को ट्रंप की निगरानी करने और उन्हें मारने की योजना बनाने का निर्देश दिया था। शिकायत में बताया गया है कि फरहाद शकेरी नाम के शख्स को ट्रंप की हत्या का जिम्मा सौंपा गया था, जो कि ईरान का सरकारी कर्मचारी था।
चुनाव के बाद था हमला करने का प्लान
शकेरी के अनुसार, इस पर उन्होंने बहुत सारा पैसा खर्च किया है। ईरानी अधिकारी ने उससे कहा था कि पैसे की दिक्कत नहीं है। लेकिन अगर वह सात दिन के भीतर कोई योजना नहीं बना पाया तो चुनाव के बाद तक साजिश को रोक दिया जाएगा क्योंकि अधिकारी ने मान लिया था कि ट्रंप हार जाएंगे और तब उन्हें मारना आसान होगा। शिकायत के अनुसार, हालांकि अधिकारियों ने पाया कि उसके द्वारा दी गई कुछ जानकारी झूठी थी, लेकिन ट्रंप की हत्या की साजिश और ईरान द्वारा बड़ी रकम देने की इच्छा के संबंध में उनके बयान सही पाए गए।
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