इस साल होलिका दहन पर है भद्रा का साया, जानें क्या है शुभ मुहूर्त

इस साल होलिका दहन पर है भद्रा का साया, जानें क्या है शुभ मुहूर्त

Holika Dahan 2024: इस साल 25 मार्च को होली मनाई जाएगी। होली के एक दिन पहले होलिका दहन होता है। लेकिन इस बार होलिका दहन को लेकर दुविधा बनी हुई है। दरअसल, होलिका दहन के दिन इस बार भ्रदा है और भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जाता है जिस वजह से इस दिन के शुभ मुहूर्त को लेकर संशय बना हुआ है।

ज्योतिष के मुताबिक, भद्रा काल में किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों को नहीं किया जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि भद्रा भगवान सूर्य देव की पुत्री और शनिदेव की बहन हैं। भद्रा का स्वभाव भी शनिदेव की ही तरह कठोर और क्रोधी है, इसलिए भद्रा के स्वभाव को काबू में करने के लिए ब्रह्माजी ने उन्हें काल गणना या पंचांग के प्रमुख अंग विष्टि करण में जगह दी है। यही वजह है कि जब भी भद्र काल लगता है तो उस समय धार्मिक और मंगल कार्य नहीं किए जाते हैं।

क्या है शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त की बात करें तो होलिका दहन 24 मार्च को किया जाएगा। इसके लिए शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 15 मिनट से लेकर 12 बजकर 30 मिनट तक रहने वाला है। होलिका दहन के बाद ही दुल्हंडी और रंगों का त्योहार होली मनाना शुरू कर दिया जाएगा।

क्यों मनाते हैं होलिका दहन

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद और दानव होलिका के बारे में कथा है। प्रह्लाद राक्षस हिरण्यकश्यप और उसकी पत्नी कयाधु का पुत्र हुआ करता था। हिरण्यकश्यप नहीं चाहता था कि प्रह्लाद भगवान विष्णु की पूजा करे। एक दिन, उसने अपनी बहन होलिका की मदद से अपने बेटे को मारने की योजना बनाई। होलिका के पास एक दिव्य चुनरी थी। तब होलिका को यह चुनरी ब्रह्मा जी ने अग्नि से बचाने के लिए उपहार में दी थी।

होलिका जलकर राख हो गई

होलिका ने प्रह्लाद को लालच दिया कि वो प्रचंड अलाव में उसके साथ बैठे लेकिन भगवान विष्णु की कृपा के कारण, दिव्य चुनरी ने होलिका के बजाय प्रह्लाद की रक्षा की और होलिका जलकर राख हो गई और प्रह्लाद अग्नि से बाहर निकल आया। इसलिए इस त्यौहार को होलिका दहन के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में भी होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है।

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