नई दिल्ली: शारदीय नवरात्रि 2022 का आज नौवां दिन है। नवमी को दुर्गाजी की नौवीं शक्ति मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है। इस बार नवमी 4 अक्टूबर को है. देवी सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। बता दें कि नवरात्रि के आठवे दिन हम अष्टमी और इसके नौवें दिन को हम नवमी मनाते है। नवरात्रि के समापन पर सभी श्रद्धालु कन्या पूजन करते है. कन्या पूजन को अष्टमी और नवमी के दिन किया जाता है. इस बार अष्टमी 1 अप्रैल और नवमी 2 अप्रैल को मनाई जाएगी.
बता दे मां दुर्गा के नौवां रूप यानी की मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है। सुबह मां सिद्धिदात्री की पूजा के बाद घर में नौ कन्याओं और एक बालक को घर पर आमंत्रित किया जाता है। सभी कन्याओं और बालक की पूजा करने के बाद उन्हें हलवा, पूरी और चने का भोग दिया जाता है. इसके अलावा उन्हें भेंट और उपहार देकर विदा किया जाता है। वहीं, नवमी के दिन सिद्धिदात्री की पूजा के बाद कंजक पूजी जाती हैं। हालांकि, दोनों दिन में से किसी एक ही दिन कन्या पूजन करना किया जाता है लेकिन, कोरोना के खतरे और लॉकडाउन के बीच इस बार पूजन कुछ अन्य तरीके से करें।
चलिए, अब आपको कन्या पूजन के बारे में बता है कि कैसे कन्या पूजन किया जाता है.
1. कन्या पूजन के दिन सुबह-सवेरे स्नान कर भगवान गणेश और महागौरी की पूजा करें.
2. नवमी के दिन कन्या पूजन कर रहे हैं तो भगवान गणेश की पूजा करने के बाद मां सिद्धिदात्री की पूजा करें.
3. कोरोना वायरस के खतरे के चलते इस बार कन्या पूजन की जगह महादान करें.
4. आप नौ कन्याओं का खाना निकालकर किसी जरुरतमंद को दे सकते हैं.
5. कुत्ते, गाय आदि को भी कन्या पूजन वाला प्रसाद खिला सकते हैं.
6. महादान को सामर्थ्यनुसार पीएम केयर्स फंड में भी दान कर सकते हैं.
7. कन्या पूजन और महादान के बाद आप अपना व्रत खोल सकते है.
8. महादान करने से इस बार आपकी सभी मनोकामना पूरी होगी.
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