
Green Jobs In India: 78वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से देश संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश को विकसित बनाने से लेकर 75 हजार मेडिकल सीट्स बढ़ाने तक की कई बातें कही। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण में ग्रीन जॉब्स को लेकर भी बातें रखी। प्रधानमंत्री मोदी पिछले कई सालों से ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर काम रहे हैं 15 अगस्त के मौके पर उन्होंने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को लेकर भारत ग्लोबल बनाना है. इस लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ता है, तो देश के युवा इसमें सबसे आगे रहेंगे। इस सेक्टर में बहुत रोजगार आएंगे।
क्या होता है ग्रीन जॉब्स?
ग्रीन जॉब्स के नाम में ही इसका मतलब छुपा है। ग्रीन जॉब्स उस सेक्टर से संबंधित है, जिसके कामकाज से पर्यावरण को कोई हानि नहीं पहुंचता हो। हाइड्रोपावर, सोलर एनर्जी और इलेक्ट्रिक वाहन समेत ऐसे कई काम हैं, जिससे वातावरण को कोई भी नुकसान नहीं होता हैं। ग्रीन जॉब्स के सेक्टर में पिछले कुछ सालों रोजगार की बड़ी संख्या में वृद्धि हुई है।
भारत में ग्रीन जॉब्स की क्या है स्थिति?
पिछले कुछ सालों में इंफ्रा में सुधार और सरकार के द्वारा सब्सिडी मिलने के कारण ग्रीन जॉब्स में अच्छी खासी बढ़ोत्तरी हुई है। इंटरनेशनल रिन्यूबल एनर्जी एजेंसी और इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन के रिपोर्ट की माने तो भारत में साल 2020-21 में कुल 8,63,000 लोग ग्रीन जॉब्स सेक्टर में काम कर रहे थे। इस काम करने वाले लोगों में 2,17,000 सौर फोटोवोल्टिक वर्टिकल में और 4,14,000 जल विद्युत सेक्टर से थे। वहीं, 2021 में भारत ने ग्रीन फिल्ड में 2.17 लाख सोलर फोटोवेल्टेक जॉब और 4.14 लाख हाइड्रोपावर में नौकरियों का सृजन हुआ था।
कैसे मिलेगी ग्रीन जॉब?
अगर आप ग्रीन फिल्ड में करियर बनाना चाहते हैं तो आप बीएससी/बीई/बीटेक एनवायरनमेंटल साइंस का कोर्स कर सकते हैं। इसके साथ ही आप एनवायरनमेंटल साइंस में एमएससी, एमटेक या एमबीए भी कर सकते हैं। इस कोर्स की पढ़ाई करने के बाद आप सोलर एनर्जी जैसे सेक्टर में काम कर सकते हैं। इन सेक्टरों में नौकरियां बहुत अधिक मात्रा में आ रही है। छात्र जेएनयू, डीयू, इग्नू सहित कई संस्थानों से इसकी पढ़ाई कर सकते हैं।
Leave a comment