क्या आप भी ChatGPT-Gemini पर करते हैं डिटेल्स शेयर, पहले जान ले AI टूल्स पर डेटा कितना रहेगा सेफ?

क्या आप भी ChatGPT-Gemini पर करते हैं डिटेल्स शेयर, पहले जान ले AI टूल्स पर डेटा कितना रहेगा सेफ?

AI Tools: आज के डिजिटल युग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल्स हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। Gemini और ChatGPT जैसे चैटबॉट्स न सिर्फ सवालों के जवाब देते हैं, बल्कि फोटोज को एडिट करने, आर्टवर्क जनरेट करने और पर्सनल सलाह देने जैसे काम भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते इनके साथ अपनी पर्सनल फोटोज या डिटेल्स शेयर करना कितना सुरक्षित है? साल 2025 तक की ताजा जानकारी के अनुसार, ये टूल्स सुविधाजनक तो हैं, लेकिन प्राइवेसी रिस्क्स से भरे हुए हैं।

AI टूल्स में डेटा कैसे स्टोर होता है?

बता दें, ChatGPT और Gemini जैसे टूल्स यूजर्स के इनपुट्स (जैसे फोटोज, टेक्स्ट या वॉयस) को स्टोर करते हैं, ताकि वे बेहतर रिस्पॉन्स दे सकें। लेकिन यह स्टोरेज अनिश्चितकालीन हो सकता है। जैसे ChatGPT में अपलोड की गई इमेजेस को डिफॉल्ट रूप से अनिश्चित काल के लिए रखा जाता है, जब तक कि यूजर मैन्युअली डिलीट न करे या टेम्पररी चैट मोड का इस्तेमाल न करे। इसके अलावा ChatGPT के 'ऑपरेटर एजेंट' फीचर में डेटा 90 दिनों तक रिटेन रहता है।

तो वहीं, Gemini में भी डेटा स्टोरेज की समस्या है। अगर Gemini Apps Activity ऑन है, तो डिफॉल्ट सेटिंग के जरिए आपकी चैट्स 18 महीनों तक रखी जाती हैं। लेकिन यूजर इसे 3 महीने या 36 महीने तक एडजस्ट कर सकता है। टेम्पररी चैट्स या एक्टिविटी ऑफ करने पर भी गूगल डेटा को 72 घंटों तक रिटेन करता है, सेफ्टी और सिक्योरिटी चेक के लिए। साल 2025 में अपडेटेड पॉलिसी के अनुसार, Gemini अब पिछले चैट्स से प्रेफरेंसेज सीखता है, जो पर्सनलाइजेशन तो बढ़ाता है लेकिन प्राइवेसी को और जोखिम में डालता है।

क्या हो सकता है गलत?

शेयरिंग पर्सनल डेटा के कई खतरे हैं। डेटा का ट्रेनिंग में इस्तेमाल करना सबसे बड़ा रिस्क है। ChatGPT डिफॉल्ट रूप से यूजर इनपुट्स को मॉडल ट्रेनिंग के लिए यूज करता है, जिससे आपकी फोटो या डिटेल्स दूसरे यूजर्स के रिस्पॉन्स में लीक हो सकती हैं। जैसे इस साल वायरल 'स्टूडियो घिबली-स्टाइल' फोटो ट्रेंड ने प्राइवेसी कंसर्न्स बढ़ाए, जहां पर्सनल इमेजेस AI ट्रेनिंग डेटासेट में शामिल हो गईं।

वहीं, Gemini में भी अगर आपकी एक्टिविटी ऑन है, तो डेटा गूगल के सर्च या क्लाउड से जुड़ जाता है, जो हैकर्स के लिए आसान टारगेट बन जाता है। 2025 के अपडेट्स में गूगल ने SynthID वॉटरमार्क इंट्रोड्यूस किया, जो AI-जनरेटेड इमेजेस को आइडेंटिफाई करता है, लेकिन यह अपलोडेड पर्सनल फोटोज पर पूरी तरह प्रभावी नहीं है।

सुरक्षित इस्तेमाल के टिप्स

1.ChatGPT में "Improve the model for everyone" डिसेबल करें। Gemini में Activity ऑफ रखें।

2.संवेदनशील शेयरिंग के लिए टेम्पररी चैट्स चुनें।

3.कभी पासवर्ड, बैंक डिटेल्स, मेडिकल इंफो या पर्सनल फोटोज शेयर न करें।

4.चैट्स और अपलोड्स को मैन्युअली डिलीट करें। Gemini में SynthID चेक करें।

5.पॉलिसी चेंजेस के लिए OpenAI/Gemini प्राइवेसी हब विजिट करें।

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