अमेरिका-चीन के बीच थमा टैरिफ वॉर! जिनेवा में बनी ट्रेड डिल पर बनी सहमति

अमेरिका-चीन के बीच थमा टैरिफ वॉर! जिनेवा में बनी ट्रेड डिल पर बनी सहमति

America China Trade Deal: पिछले कई महीनों अमेरिका और चीन के बीच चल रही ट्रैरिफ वॉर अब खत्म होते दिख रहा है। जिनेवा में वाशिंगटन और बीजिंग के बीचरेसिप्रोकल टैरिफ कम करने पर आम समहति बन गई है। दोनों ही देशों ने अगले 15 दिनों के लिए 115%रेसिप्रोकल टैरिफ घटाने का निर्णय किया है। ऐसे में जहां अमेरिका ने चीन पर 145%रेसिप्रोकल ट्रैरिफ लगा रखा था, वो अब 115%घटकर मात्र 30%रह जाएगा। इसके साथ ही चीन में बिकने वाली अमेरिकी समानों पर अब रेसिप्रोकल टैरिफ सिर्फ 10%रह जाएगी। गौरतलब है कि ट्रंप के सत्ता में आने के बाद चीन के खिलाफ काफी सख्ती बरती गई। ट्रंप ने चीन पर 145%रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का आदेश दिया था। चीन को ट्रंप के इस फैसले के बाद करीब 500 बिलियन डॉलर का नुकसान भुगतना पड़ सकता था। ऐसे में लंबे समय तक दोनों देशों में बातचीत करने के बाद जिनेवा में यह फैसला लिया गया। हालांकि, ये सिर्फ 15 दिनों के लिए है।

अमेरिकी ट्रेजरी सचिव ने क्या कहा?

इस फैसले का ऐलान करते हुए अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा, “दोनों देश 90 दिनों के लिए टैरिफ को रोकने के लिए एक समझौते पर पहुंचे हैं और रेसिप्रोकल टैरिफ में 115 प्रतिशत की कमी आएगी। हम चीन के बाजार को को अमेरिकी वस्तुओं के लिए और अधिक खुला देखना चाहेंगे।“स्कॉट बेसेन्ट ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच महत्वपूर्ण ट्रेड वार्ता में प्रगति हासिल हुई है। उन्होंने मेजबानी के लिए स्विस सरकार को धन्यवाद भी दिया। साथ ही यह कहा कि जिनवा में हुई अमेरिका चीन की ट्रेड वार्ता पर एक संयुक्त बयान जारी करने के लिए तैयार हैं।

इस फैसले पर चीन के उप प्रधानमंत्री हे लाइफ़ेंग ने कहा कि दोनों देश महत्वपूर्ण समझौते पर पहुंच चुके हैं। यह बैठक एक महत्वपूर्ण पहला कदम था। पहले अमेरिकी सरकार ने चीन पर भारी टैरिफ लगना शुरू किया था। लेकिन जिनेवा में हुई ट्रेड वार्ता उस आपातकाल का जवाब देने की प्रशासन की योजना है।

600अरब डॉलर का नुकसान

गौरतलब है कि पिछले महीने की ट्रंप ने चीन पर 145%ट्रैरिफ लगाने की घोषणा कर दी थी। जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी समानों पर 125%टैरिफ लगा दिया था। दोनों देशों के बीच छिड़ी इस टैरिफ वॉर ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर असर छोड़ी है। इसके अलावा इन दोनों देशों के बीच करीब 600 अरब डॉलर का व्यापार लगभग रूक सा गया है। ऐसे में पिछले दिनों चीन के ऊपर से टैरिफ कम करने का इशारा ट्रंप ने खुद दिया था। गौरतलब है कि चीन अमेरिकी समानों का तीसरा सबसे बड़ा खरीददार है।

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