
Ajit Pawar Alleged Supriya Sule: महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है। वहीं, राज्य में एक तरफ मदतान हो रहा है, तो दूसरी तरफ सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। "कैश फॉर वोट" और "बिटकॉइन" मामले को लेकर एनसीपी( शरद गुट) और भाजपा आमने-सामने है। इसी बीच इस मामले में राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार ने एंट्री मार दी है। साथ ही उन्होंने सुप्रिया सुले के ऊपर लगे आरोप को सही करार दिया है।
अजित पवार के दावे से हड़कंप
बिटकॉइन विवाद के बीच सुप्रिया सुले के चचेरे भाई और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दावा किया है कि ऑडियो क्लिप में जो टोन है। उससे मैं आवाज पहचान सकता हूं। उनमें एक मेरी बहन की आवाज है और दूसरी आवाज उनकी है, जिनके साथ मैंने काम किया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और सच्चाई सामने आएगी। दूसरी तरफ सुप्रिया सुले ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अजित पवार कुछ भी कह सकते हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने भी साधा निशाना
मदतान करने के बाद देवेद्र फडणवीस ने भी "कैश फॉर वोट" और "बिटकॉइन" पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जहां तक विनोद तावड़े का सवाल है, तो मैंने स्पष्ट कर दिया है कि कहीं पैसा नहीं बांटा गया है। जानबूझकर विवाद को हवा देने की कोशिश की गई है। एक इकोसिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, सुप्रिया सुले के ऊपर लगे आरोपों पर डिप्टी सीएम देवेद्र फडणवीस ने कहा कि जिस तरह से पूर्व आईपीएस अधिकारी ने आरोप लगाए हैं और कुछ क्लिप जारी किए हैं, मुझे लगता है कि यह बहुत गंभीर मामला है। इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
क्या है "कैश फॉर वोट" और "बिटकॉइन" विवाद?
दरअसल, मंगलवार यानी 19 नवंबर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तांवड़े पर चुनाव से पहले पैसा बांटने का आरोप लगा था। उनपर महाराष्ट्र चुनाव में “नोट फॉर वोट”का आरोप लगा था। जिसके बाद भाजपा की तरफ से एनसीपी (शरद गुट) पर भी आरोप लगाया गया था। भाजपा ने दावा किया था विधानसभा चुनाव को प्रभावित करन के लिए नाना पटोले और सुप्रिया सुले के द्वारा बिटकॉइन का प्रयोग किया जा रहा है। भाजपा ने कहा था कि इससे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव पर गंभीर सवाल खड़ा होता है।
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