पाकिस्तानी जैवलिन स्टार के कोच पर फेडरेशन का हथौड़ा, सलमान इकबाल पर लगा लाइफटाइम बैन; जानें वजह

पाकिस्तानी जैवलिन स्टार के कोच पर फेडरेशन का हथौड़ा, सलमान इकबाल पर लगा लाइफटाइम बैन; जानें वजह

Arshad Nadeem Coach Salman Iqbal Ban: पाकिस्तान के स्टार जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम, जिन्होंने 2024पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। उनके लंबे समय से मेंटर और कोच सलमान इकबाल पर पाकिस्तान एमेच्योर एथलेटिक्स फेडरेशन (PAAF) ने लाइफटाइम बैन लगा दिया है। यह फैसला एथलेटिक्स जगत में हंगामा मचा रहा है, क्योंकि सलमान इकबाल न केवल नदीम के सफलता के सूत्रधार हैं, बल्कि पंजाब एथलेटिक्स एसोसिएशन (PAA) के प्रेसिडेंट भी हैं। फेडरेशन का कहना है कि यह बैन संवैधानिक उल्लंघन के कारण लगाया गया है, लेकिन कई जानकार इसे हालिया विवादों से जोड़कर देख रहे हैं।

सलमान इकबाल पर लगा लाइफटाइम बैन

PAAF ने 12अक्टूबर को जारी प्रेस रिलीज में कहा कि सितंबर मध्य में गठित जांच समिति ने 10अक्टूबर को इकबाल पर लाइफटाइम बैन की सिफारिश की। मुख्य आरोप यह है कि अगस्त में PAA के चुनावों में इकबाल ने फेडरेशन के संविधान का 'ग्रॉस वायलेशन' किया। ये चुनाव 'अवैध और असंवैधानिक' बताए जा रहे हैं, क्योंकि इकबाल खुद AFP संविधान के साइनेटरी हैं। 

फेडरेशन का उद्देश्य 'ट्रांसपेरेंसी, संवैधानिक अनुपालन और संगठन की अखंडता' को बनाए रखना बताया गया है। साथ ही, PAA के एक अन्य अधिकारी सैयद हबीब शाह पर 10साल का बैन लगाया गया है। इकबाल को अपील का अधिकार है, लेकिन फिलहाल यह फैसला अंतिम लग रहा है।

वर्ल्ड चैंपियनशिप विवाद और फेडरेशन पर तीखा प्रहार

हालांकि आधिकारिक वजह चुनावों की है, लेकिन समयावधि संदेह पैदा कर रही है। बैन की सिफारिश PSB (पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड) को इकबाल के जवाब के ठीक एक दिन बाद हुई। सितंबर 2025में टोक्यो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नदीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसके चलते वह क्वालीफिकेशन राउंड में ही बाहर हो गए। PSB ने इकबाल से प्रदर्शन की वजह और ट्रेनिंग-यात्रा खर्चों का हिसाब मांगा।

इस पर इकबाल का जवाब 'क्रिस्प' और चौंकाने वाला था। वहीं, नदीम की असफलता का कारण सर्जरी के बाद कैल्फ मसल समस्या रहा, टोक्यो की कठोर ट्रैक, गर्मी और नमी। इसके अलावा पिछले एक साल से PAAF ने नदीम से कोई लेना-देना नहीं रखा। फेडरेशन ने नदीम की तैयारी, ट्रेनिंग या यात्रा में कोई मदद नहीं की।

इकबाल ने PSB को याद दिलाया कि राष्ट्र ने नदीम की सफलताओं पर जश्न मनाया, तो असफलताओं में भी साथ देना चाहिए। यह जवाब फेडरेशन के लिए शर्मिंदगी का सबब बना, क्योंकि नदीम की सफलताओं का श्रेय वे खुद लेते थे। जानकारों का मानना है कि यह 'क्रिस्प रिप्लाई' ही बैन की ट्रिगर बना।

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