चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट पर शशि थरूर हुए भावुक, कहा - सम्मानजनक विदाई के हकदार थे वो...

चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट पर शशि थरूर हुए भावुक, कहा - सम्मानजनक विदाई के हकदार थे वो...

Shashi Tharoor On Pujara's Retirement: भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 'मिस्टर डिपेंडेबल' कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी।  37 वर्षीय पुजारा ने अपने 20 साल के क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया है। उनके संन्यास की खबर ने क्रिकेट प्रशंसकों और दिग्गजों को भावुक कर दिया। इस बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक इमोशनल पोस्ट के जरिए पुजारा के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।

शशि थरूर का भावुक संदेश

बता दें, शशि थरूरने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चेतेश्वर पुजारा के संन्यास पर अपनी निराशा और सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने लिखा 'चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट से मन में एक कसक है। भले ही हालिया समय में टीम इंडिया से बाहर किए जाने के बाद यह फैसला लगभग तय था और भले ही उनके पास अब साबित करने के लिए कुछ बाकी नहीं था। लेकिन वो थोड़े और समय तक खेलने और अपने शानदार टेस्ट करियर के लिए एक सम्मानजनक विदाई के हकदार थे।'

इनता ही नहीं, थरूर ने पुजारा के करियर की शुरुआत को याद करते हुए कहा कि 20 साल पहले भारत ए के इंग्लैंड दौरे पर उनकी रन बनाने की क्षमता ने सबका ध्यान खींचा था। उन्होंने पुजारा को "मिस्टर डिपेंडेबल" बताते हुए ऑस्ट्रेलिया जैसे कठिन दौरों पर उनकी कमी खलने की बात भी कही।

घरेलू क्रिकेट में पुजारा की वापसी

शशि थरूर ने आगे लिखा 'जब पुजारा को टीम से बाहर किया गया, तो उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए घरेलू क्रिकेट में वापसी की और कई शानदार इनिंग्स खेलीं। लेकिन चयनकर्ताओं ने पहले ही आगे बढ़ने का फैसला कर लिया था। ऐसे में पुजारा का संन्यास लेना गलत नहीं कहा जा सकता।' उन्होंने आगे लिखा 'मैं उनकी पत्नी (पूजा पुजारा) की किताब 'द डायरी ऑफ ए क्रिकेटर्स वाइफ’ पढ़ रहा था और सोच रहा था कि पुजारा ने जो कुछ हासिल किया है, उसके लिए कितना कुछ करना पड़ता है। ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर उनकी बहुत कमी खली। ऑल द बेस्ट, चेतेश्वर पुजारा, वर्षों तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करने के लिए आपका धन्यवाद।' 

चेतेश्वर पुजारा का क्रिकेट करियर

बता दें, चेतेश्वर पुजारा का क्रिकेट करियर साल 2005 में शुरू हुआ। जिसके बाद उन्होंने 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। अपने 13 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में पुजारा ने 103 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 43.60 की औसत से 7,195 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 19 शतक और 35 अर्धशतक लगाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 206 रहा। इसके अलावा, उन्होंने 5 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 51 रन बनाए।  

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