तुलसी की माला पहनने पर न करें ये गलतियां, प्रेमानंद महाराज ने बताए हैं खास नियम

तुलसी की माला पहनने पर न करें ये गलतियां, प्रेमानंद महाराज ने बताए हैं खास नियम

Premanand Maharaj On Tulsi Mala: वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज के दरबार में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपनी समस्याएं लेकर आते हैं। जिसे सुन महाराज जी उन्हें रास्ता दिखाते है। जीवन की हर मुश्किलों से लड़ने की सलाह देते है। ऐसे ही दरबार ने जब एक श्रद्धालु ने उनसे पूछा कि किस दिन तुलसी माला धारण करनी चाहिए? क्या तुलसी माला पहनने के लिए कोई नियम होते हैं, जिसका पालन करना जरूरी होता है?

श्रद्धालु के सवाल पर प्रेमानंद जी महाराज कहते है कि जैसे सनातन धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है, ठीक वैसे ही तुलसी माला को भी शुभ माना जाता है। क्योंकि माला को सूखी तुलसी ने बनाया जाता है। महाराज जी बताते है कि तुलसी की माला को धारण करने से जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है। लेकिन इसे धारण करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी हैं। 

तुलसी की माला पहनने समय न करें ये गलतियां

श्रद्धालु के सवाल का जवाब देते हुए प्रेमानंद जी महाराज बताते है कि भगवान से जुड़ी हर चीज पर सबका अधिकार है। ऐसी ही हर कोई तुलसी की माला को धारण कर सकता हैं। लेकिन माला धारण करने के बाद इंसान को मास और शराब से दूरी बनाएं रखनी होगी। इसके अलावा भगवान का जाप और ध्यान करते रहना होगा।

महाराज जी आगे कहते है कि अक्सर लोग तुलसी की माला पहनने के बाद एक गलती जरूर करते है। गलती ये कि वे बार-बार माला को उतारते रहते है। लेकिन एक बार तुलसी की माला पहनने के बाद उसे उतारा नहीं करते। महाराज जी ने बताया कि लोगों का धार्मिक होना सही है। लेकिन इस दौरान हम तरह-तरह की मालाएं, अंगूठियां पहनना शुरु कर देते है। लेकिन आपको ये समझने की जरूरत है कि इन सभी चीजों का अलग-अलग महत्व हैं। इसलिए अगर आपने तुलसी की माला धारण की हुई हैं, तो उसके साथ रुद्राक्ष की माला नहीं पहननी चाहिए।

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