Significance of Sindoor in Chhath Puja: छठ पूजा एक ऐसा पर्व है जिसमें सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए व्रत रखती हैं और सूर्य देव की पूजा करती हैं। इस दौरान महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर लगाती हैं, जो एक महत्वपूर्ण परंपरा है। लेकिन क्या आप नाक से मांग तक सिंदूर लगाने की परंपरा के पीछे पौराणिक, धार्मिक और वैज्ञानिक कारण जानते हैं? सिंदूर भारतीय संस्कृति का एक ऐसा प्रतीक है, जो शादीशुदा महिलाओं की पहचान और सामाजिक मान्यता का हिस्सा माना जाता है। लेकिन छठ पूजा में इसका महत्व कई ज्यादा बढ़ जाता है। ...
Chhath Puja 2025: भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में छठ पूजा का विशेष स्थान है। यह केवल सूर्य उपासना का पर्व नहीं, बल्कि मातृत्व, श्रद्धा और अटूट विश्वास का प्रतीक है। बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में छठ का उत्सव अपार भक्ति भाव से मनाया जाता है। इस दौरान व्रती महिलाएं कठिन नियमों का पालन कर संतान और परिवार की मंगल कामना करती हैं। डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर वे न केवल प्रकृति का आभार व्यक्त करती हैं, बल्कि छठी मईया का आशीर्वाद भी मांगती हैं। ...
Tulsi Vivah 2025 Date: हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। जो देवउठनी एकादशी के बाद मनाया जाता है। यह तुलसी माता और भगवान विष्णु या शालिग्राम के विवाह का प्रतीक है। इस दिन से हिंदू विवाह सीजन की शुरुआत मानी जाती है, क्योंकि मान्यता है कि भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। 2025में इस उत्सव को लेकर कुछ लोग दुविधा में है है कि यह 2नवंबर को है या 3नवंबर को मनाया जाएगा। तो आइए तुलसी विवाह की सही तारीख और पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में जानते है। ...
Importance of Lauki Bhat in Chhath Puja: छठ पूजा एक प्राचीन हिंदू त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित है, जिसमें प्रकृति की पूजा, शुद्धता और समर्पण की भावना प्रमुख होती है। चार दिनों तक चलने वाला यह व्रत कठिन नियमों से भरा होता है, जिसमें उपवास, नदी स्नान और अर्घ्य देने की परंपराएं शामिल हैं। साल 2025में छठ पूजा 25अक्टूबर (शनिवार) से शुरू हो चुकी है, जो नहाय खाय के साथ आरंभ होती है। इसके बाद 26अक्टूबर को खरना, 27अक्टूबर को संध्या अर्घ्य और 28अक्टूबर को उषा अर्घ्य के साथ समाप्त होगी। ...
Chhath Festival 2025: लोक आस्था और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक छठ महापर्व आज से आरंभ हो रहा है। चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और सामूहिक एकता का संदेश देता है। सूर्योपासना पर आधारित इस पर्व की उत्पत्ति का सटीक काल निर्धारित करना कठिन है, लेकिन इसके मूल में सूर्य और षष्ठी देवी की आराधना निहित है। भारत की लोक परंपराओं में षष्ठी तिथि का विशेष महत्व माना गया है, जिसे नवजात शिशुओं की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। ...
Horoscope Today 24 October 2025, Aaj Ka Rashifal: राशिफल के अनुसार आज का दिन यानि 24 अक्टूबर 2025, शुक्रवार का दिन महत्वपूर्ण है। ग्रहों की चाल के अनुसार आज का दिन मिथुन राशि के जातकों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। आप ऊर्जावान और शांत महसूस करेंगे। वहीं मकर राशि के जातकों का आज के दिन आलस्य अधिक रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इसके साथ ही जानते हैं आज का दिन किस राशि के लिए कैसा रहने वाला है और क्या कहते हैं आपके भाग्य के सितारे। ...
Bhai Dooj 2025: भाई दूज हिंदू धर्म में भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक है, जो दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है। इस पर्व पर बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों को सुरक्षा और स्नेह का वचन देते हैं। 2025में भाई दूज 23अक्टूबर, गुरुवार को मनाई जा रही है। इस दिन द्वितीया तिथि का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:13बजे से 3:28बजे तक रहेगा, जिसमें तिलक करना सबसे उत्तम माना जाता है। लेकिन कई लोग इसी दुविधा में उलझ जाते है कि जिनके भाई या बहन नहीं होते, वो लोग भाई दूज का त्योहार कैसे मनाएंगे। तो चलिए आपको इस दुविधा का समाधान बताते हैं। ...
Chitragupta Puja: चित्रगुप्त हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पौराणिक व्यक्तित्व हैं, जिन्हें यमराज के सहायक और मानव कर्मों के लेखाकार के रूप में जाना जाता है। कायस्थ समाज में उनकी विशेष पूजा की जाती है, क्योंकि उन्हें इस समुदाय का उत्पत्तिकर्ता और कुलदेवता माना जाता है। तो आइए चित्रगुप्त के महत्व, उत्पत्ति और कायस्थ समाज में उनकी पूजा की परंपरा के बारे में जानते है। ...
Bhai Dooj 2025: दिवाली के बाद मनाए जाने वाला भैया दूज का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। यह त्योहार खुशी और उल्लास से भरा होता है। यह भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने का अवसर भी प्रदान करता है। ...