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Chhath Kharna 2025: छठ के दूसरे दिन की जाती है खरना, जानें पूजा की विधि और महत्व

Chhath Kharna 2025: छठ के दूसरे दिन की जाती है खरना, जानें पूजा की विधि और महत्व

छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। ये त्योहार खास करके बिहार, झारखंड और यूपी में मनाया जाता है। इस महापर्व की शुरुआत होते ही हर ओर श्रद्धा और आस्था के रंग दिखाई देने लगते हैं। ...

छठ पूजा पर रेलवे की विशेष तैयारी, स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया और CCTV से निगरानी; गूंज रहे छठी मईया के गीत

छठ पूजा पर रेलवे की विशेष तैयारी, स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया और CCTV से निगरानी; गूंज रहे छठी मईया के गीत

Railway Preparations For Chhath Puja: छठ पूजा का महापर्व आज से शुरु हो चुका है। जिससे देशभर में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है। बिहार, उत्तर प्रदेश और पूर्वी भारत के लाखों लोग अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं। इस भारी यात्रा भीड़ को सुगम बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने अभूतपूर्व व्यवस्थाएं की हैं। स्पेशल ट्रेनों की बाढ़, स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया, CCTV से सख्त निगरानी और छठ गीतों के साथ यात्रियों का स्वागत, ये सब मिलकर यात्रियों का सफर सुरक्षित और यादगार बना रहे हैं। यात्रियों ने रेलवे की इन पहलों की जमकर सराहना की है और कहा 'इस बार का सफर घर जैसा लग रहा है।' ...

छठ पूजा में क्यों लगाते हैं नाक से मांग तक सिंदूर, जानें इसके पीछे की पौराणिक कथा

छठ पूजा में क्यों लगाते हैं नाक से मांग तक सिंदूर, जानें इसके पीछे की पौराणिक कथा

Significance of Sindoor in Chhath Puja: छठ पूजा एक ऐसा पर्व है जिसमें सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए व्रत रखती हैं और सूर्य देव की पूजा करती हैं। इस दौरान महिलाएं नाक से मांग तक सिंदूर लगाती हैं, जो एक महत्वपूर्ण परंपरा है। लेकिन क्या आप नाक से मांग तक सिंदूर लगाने की परंपरा के पीछे पौराणिक, धार्मिक और वैज्ञानिक कारण जानते हैं? सिंदूर भारतीय संस्कृति का एक ऐसा प्रतीक है, जो शादीशुदा महिलाओं की पहचान और सामाजिक मान्यता का हिस्सा माना जाता है। लेकिन छठ पूजा में इसका महत्व कई ज्यादा बढ़ जाता है। ...

Chhath Puja 2025: संतान की रक्षक और मां पार्वती का अंश...जानिए देवी षष्ठी कैसे बनीं  “छठी मईया”

Chhath Puja 2025: संतान की रक्षक और मां पार्वती का अंश...जानिए देवी षष्ठी कैसे बनीं “छठी मईया”

Chhath Puja 2025: भारत की सांस्कृतिक परंपराओं में छठ पूजा का विशेष स्थान है। यह केवल सूर्य उपासना का पर्व नहीं, बल्कि मातृत्व, श्रद्धा और अटूट विश्वास का प्रतीक है। बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में छठ का उत्सव अपार भक्ति भाव से मनाया जाता है। इस दौरान व्रती महिलाएं कठिन नियमों का पालन कर संतान और परिवार की मंगल कामना करती हैं। डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर वे न केवल प्रकृति का आभार व्यक्त करती हैं, बल्कि छठी मईया का आशीर्वाद भी मांगती हैं। ...

Tulsi Vivah 2025: किस दिन मनाया जाएगा तुलसी विवाह का पवित्र उत्सव? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Tulsi Vivah 2025: किस दिन मनाया जाएगा तुलसी विवाह का पवित्र उत्सव? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Tulsi Vivah 2025 Date: हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। जो देवउठनी एकादशी के बाद मनाया जाता है। यह तुलसी माता और भगवान विष्णु या शालिग्राम के विवाह का प्रतीक है। इस दिन से हिंदू विवाह सीजन की शुरुआत मानी जाती है, क्योंकि मान्यता है कि भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। 2025में इस उत्सव को लेकर कुछ लोग दुविधा में है है कि यह 2नवंबर को है या 3नवंबर को मनाया जाएगा। तो आइए तुलसी विवाह की सही तारीख और पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में जानते है। ...

Chhath Puja 2025: नहाय खाय के दिन क्यों खाया जाता है लौकी-भात? जानें इसका महच्व

Chhath Puja 2025: नहाय खाय के दिन क्यों खाया जाता है लौकी-भात? जानें इसका महच्व

Importance of Lauki Bhat in Chhath Puja: छठ पूजा एक प्राचीन हिंदू त्योहार है, जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में बड़े उत्साह से मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित है, जिसमें प्रकृति की पूजा, शुद्धता और समर्पण की भावना प्रमुख होती है। चार दिनों तक चलने वाला यह व्रत कठिन नियमों से भरा होता है, जिसमें उपवास, नदी स्नान और अर्घ्य देने की परंपराएं शामिल हैं। साल 2025में छठ पूजा 25अक्टूबर (शनिवार) से शुरू हो चुकी है, जो नहाय खाय के साथ आरंभ होती है। इसके बाद 26अक्टूबर को खरना, 27अक्टूबर को संध्या अर्घ्य और 28अक्टूबर को उषा अर्घ्य के साथ समाप्त होगी। ...

रामायण से महाभारत तक फैली परंपरा, जानें छठ पर्व कैसे बना लोकआस्था का प्रतीक

रामायण से महाभारत तक फैली परंपरा, जानें छठ पर्व कैसे बना लोकआस्था का प्रतीक

Chhath Festival 2025: लोक आस्था और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक छठ महापर्व आज से आरंभ हो रहा है। चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और सामूहिक एकता का संदेश देता है। सूर्योपासना पर आधारित इस पर्व की उत्पत्ति का सटीक काल निर्धारित करना कठिन है, लेकिन इसके मूल में सूर्य और षष्ठी देवी की आराधना निहित है। भारत की लोक परंपराओं में षष्ठी तिथि का विशेष महत्व माना गया है, जिसे नवजात शिशुओं की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। ...

Horoscope Today 24 October 2025, Aaj Ka Rashifal:  इन राशियों के लिए बन रहे हैं शुभ योग, जानें अपना दैनिक राशिफल

Horoscope Today 24 October 2025, Aaj Ka Rashifal: इन राशियों के लिए बन रहे हैं शुभ योग, जानें अपना दैनिक राशिफल

Horoscope Today 24 October 2025, Aaj Ka Rashifal: राशिफल के अनुसार आज का दिन यानि 24 अक्टूबर 2025, शुक्रवार का दिन महत्वपूर्ण है। ग्रहों की चाल के अनुसार आज का दिन मिथुन राशि के जातकों के लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। आप ऊर्जावान और शांत महसूस करेंगे। वहीं मकर राशि के जातकों का आज के दिन आलस्य अधिक रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इसके साथ ही जानते हैं आज का दिन किस राशि के लिए कैसा रहने वाला है और क्या कहते हैं आपके भाग्य के सितारे। ...

Bhai Dooj: भाई या बहन के नहीं होने पर कैसे मनाएं भाई दूज? जानें टीका का शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि

Bhai Dooj: भाई या बहन के नहीं होने पर कैसे मनाएं भाई दूज? जानें टीका का शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि

Bhai Dooj 2025: भाई दूज हिंदू धर्म में भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक है, जो दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है। इस पर्व पर बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों को सुरक्षा और स्नेह का वचन देते हैं। 2025में भाई दूज 23अक्टूबर, गुरुवार को मनाई जा रही है। इस दिन द्वितीया तिथि का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:13बजे से 3:28बजे तक रहेगा, जिसमें तिलक करना सबसे उत्तम माना जाता है। लेकिन कई लोग इसी दुविधा में उलझ जाते है कि जिनके भाई या बहन नहीं होते, वो लोग भाई दूज का त्योहार कैसे मनाएंगे। तो चलिए आपको इस दुविधा का समाधान बताते हैं। ...