Shri krishna janmashtami 2023: कृष्ण की कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी पर करें तुलसी के ये उपाय

Shri krishna janmashtami 2023: कृष्ण की कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी पर करें तुलसी के ये उपाय

Shri krishna janmashtami 2023: श्री कृष्ण जन्माष्मी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाई जाती है। इस बार जन्माष्टमी का त्योहार 6 और 7 सितंबर दोनों दिन मनाया जाएगा। भगवान श्री कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस त्‍योहार पर हर घर में भगवान श्री कृष्‍ण का जन्‍म उत्‍सव मनाया जाता है और उनके बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। इस दिन वह सभी कार्य किए जाते हैं, जो श्री कृष्ण को प्रिय होते हैं। ऐसी ही एक चीज है, जो श्री कृष्ण को इतनी प्रिय है कि उसके बिना वह प्रसाद भी ग्रहण नहीं करते हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं तुलसी की पत्ती की।

जन्माष्टमी के दिन तुलसी के पत्ती का विशेष महत्व होता है। इससे जुड़े उपाय करना बेहद शुभ माना जाता है। तो आइए जानते है कि तुलसी से जुड़े कौन से उपाय करने चाहिए।

तुलसी की परिक्रमा

जन्‍माष्‍टमी के दिन आप तुलसी की 108बार परिक्रमा करें। इस दौरान आप तुलसी चालीसा का पाठ करें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो शादी में आ रही सभी बाधाएं दूर होने लगती हैं और आपको मनचाहा साथी भी मिल जाता है।

अगर आपके किसी भी काम में रुकावट आ रही है, तो आपको रोज सुबह तुलसी के पौधे पर जल जरूर चढ़ाना चाहिए। इसके साथ हीआपको 'महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।' मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में आ रही बाधाओं के साथ,शादी में आ रही बांधाए दूर हो जाएगी।

साथ ही जन्माष्टमी के दिन तुलसी का पौधा लगाना बेहद शुभ माना जाता हैं। पौधा लगाने से विवाह संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

जन्माष्टमी पर भूलकर न करें ये काम 

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में भूलकर भी बासी या मुरझाए फूल का प्रयोग न करें। यदि संभव हो तो पूजा में कमल का फूल अवश्य चढ़ाएं।

भगवान श्रीकृष्ण को गाय से बहुत प्रेम था। ऐसे में जन्माष्टमी के पर्व पर भूलकर भी गोवंश को मारना या सताना नहीं चाहिए। अन्यथा पूजा और व्रत का फल नहीं मिलता है।

जन्माष्टमी के व्रत को रखने वाले को भूलकर भी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस पावन व्रत को रखने वाले व्यक्ति को एक दिन पूर्व से ही लहसुन, प्याज, मांसहार, शराब जैसी चीजों का त्याग कर देना चाहिए।

जन्माष्टमी में किसी के प्रति गलत विचार नहीं लाना चाहिए और न ही किसी भी व्यक्ति को अपशब्द कहना चाहिए।

Leave a comment