
Drone Attack on Ukraine: सोमवार को रुस से एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें एक ड्रोन एक ऊंची इमारत से टकारते हुए दिखाई दे रही है। दरअसल, यह हमला यूक्रेन के द्वारा रुस पर किया था। इसके बीच अब रुस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक किया है। माना जा रहा है कि रुस का यह हमला, यूक्रेन के द्वारा किए गए ड्रोन हमले का पलटवार है। जानकारी के अनुसार, रुस ने यूक्रेन पर 200 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागे हैं। इस हमले के बाद पूरा इलाका तहस-नहस हो गया है। चारों ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है। इस हमले को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया है कि रूस ने करीब 100 मिसाइल और 100 ड्रोन से कीव समेत कई शहरों को निशाना बनाया है। जेलेंस्की ने कहा है कि रूस ने इस हमले के लिए सैकड़ों शहीद ड्रोन का इस्तेमाल किया है। बता दें, पिछले एक साल से अधिक से रुस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। पिछले दिनों ही पीएम नरेंद्र मोदी यूक्रेन के दौरे पर थे। जहां उन्होंने शांति कायम करने की अपील की।
हमले पर यूक्रेन ने क्या कहा?
इन हमलों के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी किया है। जेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन एक बीमार व्यक्ति हैं। उन्होंने रूस के हमले को अब तक का सबसे बड़ा हमला बताते हुए कहा है कि 100 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन से कीव, ओडेशा समेत कई शहरों पर हमला किया गया है। जेलेंस्की ने कहा है कि इस हमले के लिए रूस ने ‘शहीद ड्रोन’ का इस्तेमाल किया है। जेलेंस्की ने कहा है कि दुर्भाग्य से रूसी हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर है, उन्होंने मारे गए लोगों के परिवार के प्रति संवेदना जताई है।सीथ ही जेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन केवल वही कर सकते हैं, जो दुनिया उन्हें करने की अनुमति देती है। उन्होंने कहा कि सख्त फैसले लेने की कमी आतंकवाद को पोषित करती है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के तमाम लीडर और हमारे सभी सहयोगी जानते हैं कि इस युद्ध को न्यायपूर्वक खत्म करने के लिए क्या फैसला लेना जरूरी है।
पीएम मोदी ने की थी अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आप और यूक्रेन के लोग भी जानते हैं कि भारत का शांति प्रयासों में सक्रिय योगदान रहा है और आप भी जानते हैं कि हमारा दृष्टिकोण लोगों पर केंद्रित रहा है। मैं आपको और पूरे विश्व समुदाय को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि यह भारत की प्रतिबद्धता है और हम मानते हैं कि संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान हमारे लिए सर्वोपरि है और हम इसका समर्थन करते हैं। कुछ समय पहले, जब मैं इसके समर्थन में राष्ट्रपति पुतिन से मिला था, तो मैंने उनसे कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है।
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