राम नवमी के दिन इस शुभ मुहूर्त पर करें हवन, मां भगवति की बरसेगी कृपा

राम नवमी के दिन इस शुभ मुहूर्त पर करें हवन, मां भगवति की बरसेगी कृपा

Ram Navami 2024:  17  अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की रामनवमी मनाई जाएगी। इस दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप माता सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। माता सिद्धिदात्री को सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाली माता कहा जाता है। इस दिन कई लोग कन्या पूजन और हवन करने का विधान है। ऐसे में जानेंगे हवन का शुभ मुहूर्त क्या है।

चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि 16 अप्रैल दोपहर 01:23बजे से शुरू होगी और 17 अप्रैल दोपहर 03:14बजे खत्म होगी। रामनवमी का हवन का मुहूर्त दिन में 11:10बजे से 01:43बजे तक है।

हवन में करें इन चीजों का सेवन

मां भगवति की पूजा में हवन के लिए हवन कुंड जरूरी होता है। इसके साथ ही चंदन की लकड़ी, हवन सामग्री, गाय के गोबर के उपले, अश्वगंधा, पान, सुपारी, लौंग, जायफल, सिन्दूर, उड़द,शहद, गाय का घी, कपूर, मुलैठी, आम की लकड़ी, सूखा नारियल का गोला, जौ, फूलों की माला, लोबान, नवग्रह लकड़ी, चीनी, लाल कपड़ा, चंदन, रोली, मौली, अक्षत, गुग्गल, लौंग,तिल, चावल हवन के लिए जरूरी होता है और पूर्ण आहुति के लिए गोला काफी महत्वपूर्ण होता है।

क्यों करते हैं हवन?

धार्मिक मान्यता है कि हवन करने से नवग्रह शांत होते हैं और मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों को मनचाहा वरदान देती हैं। हवन के माध्यम से देवी और देवताओं को हविष्य का अंश प्राप्त होता है। इसके साथ ही उस दौरान मंत्रोच्चार से वे खुश होते हैं और व्रती की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

ऐसे करें रामनवमी का पूजन

राम नवमी के दिन की पूजा में माता की पंचोपचार विधि से पाद्य, आर्घ्य, आचमन, स्नान, फूल, अक्षत, चंदन, सिंदूर,फल, मिठाई से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इसके साथ ही माता की पूजा आरती के बाद हवन के साथ पान, सुपारी, नारियल और कुछ पैसे लेकर पूर्णाहुति देनी चाहिए। फिर अंत में हाथ जोड़कर मां से मांफी मांगनी चाहिए।

ऐसे करना चाहिए कन्या पूजन

वहीं इस दिन कन्या पूजन के दौरान काले चने की सब्जी, खीर, पूड़ी, हलवा का भोग लगाना चाहिए। वहीं कन्याओं को उपहार स्वरूप लाल रंग के वस्त्र, श्रृंगार सामग्री, नारियल, मिठाई, शिक्षा से जुड़ी सामग्री भेंट करनी चाहिए। कन्या पूजन में 9 कन्याओं का होना और 1 बालक जिसे बाटुक माना जाता है शुभ होता है।

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