
Qatar Release Indian Nationals: भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है। जहां कतर ने आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा कर दिया जिन पर जासूसी के आरोप लगे थे और मौत की सजा सुनाई गई थी। विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि आठ में से सात भारतीय नागरिक स्वदेश लौट आए हैं। ये भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत हैं।
विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
आज सुबह विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया जिसमें उन्होंने घटनाक्रम का स्वागत किया और कहा कि एक निजी कंपनी अल दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में से सात कतर से भारत लौट आए। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है, जिन्हें कतर में हिरासत में लिया गया था. उनमें से आठ में से सात भारत लौट आए हैं. हम कतर राज्य के अमीर के फैसले की सराहना करते हैं ताकि उन्हें सक्षम बनाया जा सके।
बदली गई थी मौत की सजा
बता दें, पिछले साल दिसंबर में, कतर की एक अदालत ने अल दहरा ग्लोबल मामले में गिरफ्तार किए गए आठ भारतीय नौसैनिकों की मौत की सजा को उलट दिया था। मौत की सज़ा को घटाकर जेल की सज़ा में बदल दिया गया था। ये तब हुआ जब कतर की कोर्ट ने पूर्व नौसैनिकों को दी गई मौत की सजा के खिलाफ भारत सरकार द्वारा दायर अपील को स्वीकार किया।
2022में किया गया था गिरफ्तार
गिरफ्तार भारतीयों की पहचान कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और नाविक रागेश के रूप में हुई थी। ये सभी पूर्व नेवी कर्मचारी दोहा स्थित डहरा ग्लोबल के कर्मचारी थे और इन्हें जासूसी के आरोप में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था।
Leave a comment