“आतंकवाद और टेटर फंडिंग से मजबूती से लड़ना होगा”, ब्रिक्स से PM मोदी का दुनिया को संदेश

“आतंकवाद और टेटर फंडिंग से मजबूती से लड़ना होगा”, ब्रिक्स से PM मोदी का दुनिया को संदेश

PM Narendra Modi In BRICS: 16वें ब्रिक्स सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में आतंकवाद, वैश्विक शांति, अर्थव्यवस्था समेत कई अन्य मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स विभाजनकारी नहीं जनहितकारी है। वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए आवाज उठानी होगी। हम सुरक्षित समृद्ध भविष्य के लिए सक्षम हैं। इस दौरान पीएम ने आतंकवाद के खिलाफ भी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि हमें आतंकवाद और टेटर फंडिंग से मजबूती से लड़ना होगा। हमें युवाओं को कट्टरपंथ की ओर जाने से रोकना होगा। भारत युद्ध नहीं संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है। बता दें, ब्रिक्स समूह में इस साल पांच अन्य देशों को शामिल किया गया है।

ग्लोबल साउथ की अपेक्षाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए

पीएम मोदी ने कहा कि हमें यूएनएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) और डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) जैसे संगठनों में सुधार के लिए समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ना चाहिए। ग्लोबल साउथ की आशाओं, अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए। आज ब्रिक्स विश्व को सहयोग की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा दे रहा है। मेरा मानना ​​है कि समावेशी मंच के रूप में ब्रिक्स हर मुद्दे पर सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

“डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं”

पीएम ने कहा कि हम युद्ध नहीं, डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं और जिस तरह हमने मिलकर कोविड जैसी चुनौती को परास्त किया। उसी तरह हम भावी पीढ़ी के सुरक्षित, सशक्त और समृद्ध भविष्य के लिए नए अवसर पैदा करने में पूरी तरह सक्षम हैं।आतंकवाद और टेरर फंडिंग से निपटने के लिए हम सभी को एक मत हो कर दृढ़ता से सहयोग देना होगा। ऐसे गंभीर विषय पर दोहरे मापदंड के लिए कोई स्थान नहीं है। हमारे देशों के युवाओं में कट्टरता को रोकने के लिए हमें सक्रिय रूप से कदम उठाने चाहिए। यूएन में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन के लंबित मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा। उसी तरह साइबर सिक्योरिटी, सेफ और secure AI के लिए ग्लोबल नियमों के लिए काम करना चाहिए।

'ब्रिक्स में नए देशों के स्वागत के लिए भारत तैयार'

इस दौरान पीएम ने कहा कि भारत भागीदार देशों के रूप में ब्रिक्स में नए देशों का स्वागत करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, इस संबंध में, सभी निर्णय आम सहमति से लिए जाने चाहिए और ब्रिक्स के संस्थापक सदस्यों के विचारों का सम्मान किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, जोहान्सबर्ग शिखर सम्मेलन के दौरान अपनाए गए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं का सभी सदस्यों और भागीदार देशों की तरफ से अनुपालन किया जाना चाहिए।

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