Pazer Bomb: एक के बाद एक पेजर हमले से टूटी हिजबुल्लाह की कमर , कब हुआ था इसका आविष्कार ? जानें पूरी डिटेल

Pazer Bomb: एक के बाद एक पेजर हमले से टूटी हिजबुल्लाह की कमर , कब हुआ था इसका आविष्कार ? जानें पूरी डिटेल

Pazer Attack On Hezbollah: इजरायल इस वक्त युद्ध में पूरी तरह कूद चुका है। एक तरफ वो गाजा पट्टी में हमास की कमर तोड़ रहा है। तो दूसरी तरफ वो लेबनान के लड़ाकू संगठन को भी नेस्तानाबूत करने का मन बना चुका है। लेबनान के लड़ाकू संगठन लगातार इजरायल पर हमला कर रहा है। जिसके जवाब में इजरायल भी करारा जवाब दे रहा है। इसी बीच मंगलावर की शाम लेबनान पर पेजर हमला किया गया।

पेजर हमले  में 2700 से ज्यादा लोग घायल हुए। वहीं, 10 लोगों की मौत हो गई। अब सवाल उठता है कि आखिर ये पेजर हमला होता क्या है। बहुत लोग पहली बार सुन रहे होंगे। तो आइए जानते हैं पेजर हमले के बारे में , जिसने लेबनान में सैंकड़ों लोग घायल को घायल कर दिया।     

क्या होता है पेजर हमला ?    

बता दें कि पेजर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसे मैसेज भेजने और रिसिव करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 1990के दशक में व्यापारी, डॉक्टर और अन्य प्रोफेशनल्स के बीच पेजर का इस्तेमाल काफी ज्यादा होता था। क्योंकि उस वक्त मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता था। कुल मिलाकर पेजर को एक संदेश भेजने का माध्यम माना जाता है।

काम कैसे करता है पेजर  ?                

बता दें कि पेजर रेडियो फ्रीक्वेंसी की मदद से अपने काम को अंजाम देते है। जिसके लिए इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क की जरूरत नहीं होती। एक पेजर मैसेज भेजता है तो दूसरा उसे रिसिव करता है। मुख्य तौर पर पेजर तीन प्रकार के होते हैं। वन ने पेजर से केवल मैसेज को रिसिव किया जा सकता है। टू वे पेजर से मैसेजे जा सकता है और रिसिव भी किया जा सकता है। इसके अलावा वॉयस पेजर से लोग अपनी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं।   

कब हुआ था पेजर का आविष्कार ?        

पेजर का अविष्कार साल 1921में  ए एल ग्रॉस ने किया था। हालांकि, पेजर का इस्तेमाल 1950के बाद से शुरू किया गया था। इसे पहली बार न्यूयॉर्क सिटी क्षेत्र के चिकित्सकों के लिए शुरू किया गया था। 1980का दशक आते-आते इसे दुनियाभर में व्यापक स्तर पर इस्तेमाल होने लगा। आपको बता दें कि पेजर का अविष्कार करने वाले ए एल ग्रॉस भी यहूदी ही थे। उन्होंने वॉकी-टॉकी और कोर्डलेस टेलिफोन का भी अविष्कार किया था।

कैसे हुआ हिजबुल्लाह पर पेजर हमला ?

एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि मोसाद ने पेजर में बिस्फोटक फिट कर दिए थे। मोसाद इजरायाल का खुफिया एजेंसी है। हिजबुल्लाह ने ही पेजर का ऑर्डर ताइवान को दिया था लेकिन, पेजर लेबनान पहुंचने से पहले उससे छेड़छाड़ की गई। वहीं जो पेजर लेबनान भेजे गए उसमें विक्फोटक लगे हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान में मगंलवार यानी 17 सितंबर की शाम इन पेजर्स को एक मैसेज आया। जिसके बाद पेजर्स में लगे विस्फोटक एक्टिवेट हो गया। वहीं पेजर्स के विस्फोट होने से पहले वीप की आवाज आई। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि इससे छेड़छाड़ मोसाद ने ही किया था।    

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