USA:न्यूयॉर्क सीनेट ने भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर, प्रस्ताव पारित किया

USA News: भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित कर भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और सांस्कृतिक विरासत का सराहना किया है। यह प्रस्ताव सीनेटर जेरेमी कूनी ने पेश किया, जिसे सीनेट ने सभी के सहमती से स्वीकार किया। इस कदम को भारत-अमेरिका के बीच मजबूत सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों का संकेत माना जा रहा है।
भारतीय लोकतंत्र की वैश्विक पहचान
भारतीय संविधान, जिसे 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया, विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है। यह न केवल भारत के शासन का आधार है, बल्कि समानता, स्वतंत्रता और न्याय के सिद्धांतों का भी प्रतीक है। न्यूयॉर्क सीनेट के प्रस्ताव में भारतीय संविधान के इन सभी मूल्यों को चिन्हित करते हुए भारत को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में सम्मानित किया गया। प्रस्ताव में संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को विशेष रूप से याद किया गया, जिन्होंने भारत के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए संविधान का एक मजबूत ढांचा प्रदान किया था।
प्रस्ताव का महत्व
सीनेटर जेरेमी कूनी ने अपने भाषण में कहा, "भारतीय संविधान न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व भर के लोकतंत्रों के लिए एक प्रेरणा है। इसकी 75वीं वर्षगांठ पर हम भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और इसके विविध समाज की एकता का उत्सव मनाते हैं।" यह प्रस्ताव न्यूयॉर्क में रहने वाले भारतीय समुदाय के लिए भी गर्व का समय है, जो अमेरिका में भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को बढ़ावा देता रहा है। भारतीय को इस प्रस्ताव को स्वागत कराते हुए इसे दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों का प्रमाण बताया।
भारतीय लोगों की प्रतिक्रिया
न्यूयॉर्क में भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने इस प्रस्ताव को उत्साह के साथ स्वागत किया है। समुदाय के नेताओं ने इसे भारत की वैश्विक उपलब्धियों के लिए मान्यता के रूप में देखा, एक स्थानीय भारतीय संगठन के प्रतिनिधि ने कहा, "यह प्रस्ताव हमारी जड़ों और हमारे लोकतंत्र के प्रति गर्व को दर्शाता है।"
न्यूयॉर्क सीनेट का यह प्रस्ताव न केवल भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ का उत्सव है, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच साझा लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक भी है। यह कदम दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूतकरने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
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