कोडीन सिरप विवाद में CM योगी के आरोपों पर अखिलेश का पलटवार, बोले - हुक्मरान ये पुरानी स्क्रिप्ट है. कुछ नया...

कोडीन सिरप विवाद में CM योगी के आरोपों पर अखिलेश का पलटवार, बोले - हुक्मरान ये पुरानी स्क्रिप्ट है. कुछ नया...

Akhilesh Yadav On Codeine Syrup Case: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी के मामले को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सपा को माफियाओं का पुराना साथी बताते हुए कहा कि हर माफिया के तार सपा से जुड़े रहे हैं। वहीं, अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर पलटवार करते हुए इसे हजारों करोड़ रुपये का स्कैम करार दिया और सरकार पर दोषियों को संरक्षण देने का आरोप भी लगाया।

अखिलेश यादव का तीखा जवाब

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी के इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे भाजपा सरकार की नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि यह हजारों करोड़ रुपये का घोटाला योगी सरकार के कार्यकाल में पनपा है, लेकिन सरकार दोषियों को बचाने में लगी हुई है। अखिलेश ने योगी पर तंज कसते हुए कहा 'जब ‘ख़ुद’ फँस जाओ, तो दूसरे पर इल्ज़ाम लगाओ...ये खेल हुआ पुराना, हुक्मरान कोई नई बात बताओ।' यानी मतलब पुरानी बातों को दोहराने के बजाय वास्तविक मुद्दों पर ध्यान दो। उनका कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इस स्कैम को दबाने की कोशिश कर रही हैं।

सपा और माफियाओं का पुराना नाता - CM योगी

बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सपा और माफियाओं का नाता पुराना है। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच में पकड़े गए अभियुक्तों के संबंध सपा से जुड़े पाए गए हैं और आगे की जांच में और नाम सामने आएंगे। सीएम ने सपा की आलोचना करते हुए इसे 'धूल चेहरे पर होने और आईना साफ करने' जैसा बताया, यानी पार्टी खुद की कमियों को नजरअंदाज कर दूसरों पर आरोप लगा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि 'हर माफिया के संबंध समाजवादी पार्टी से रहे हैं' और यह किसी से छिपी नहीं है। CM योगी ने दावा किया कि पैसे के लेन-देन के सबूत भी जांच में मिले हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि जांच रिपोर्ट आने पर सच्चाई सबके सामने आ जाएगी।

क्या है कोडीन सिरप तस्करी का मामला?

मालूम हो कि यह मामला कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध दुरुपयोग और तस्करी से जुड़ा है, जो एक नशीला पदार्थ है और सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा आवंटित कोटे के दायरे में आता है। जिसके बाद शिकायतें मिलीं कि कई स्थानों पर जहरीले कफ सिरप बेचे जा रहे हैं और इसका इस्तेमाल नशे के रूप में हो रहा है। जांच करने पर यह रैकेट बड़े स्तर पर सक्रिय पाया गया, जिसमें माफिया नेटवर्क शामिल है। सीएम ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट के तहत इसकी जांच हो रही है और यह सिरप गंभीर खांसी के इलाज के लिए है, लेकिन इसका दुरुपयोग युवाओं को नशे की लत लगा रहा है।

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