दिल्ली-हरियाणा तक मेट्रो सफर बिल्कुल आसान, 21 स्टेशनों के साथ रिठाला–कुंडली कॉरिडोर को मिली मंजूरी

दिल्ली-हरियाणा तक मेट्रो सफर बिल्कुल आसान, 21 स्टेशनों के साथ रिठाला–कुंडली कॉरिडोर को मिली मंजूरी

Rithala Kundli Metro Corridor:दिल्ली मेट्रो के फेज-4के तहत लंबे समय से अटके रिठाला-बावाना-नरेला-कुंडली कॉरिडोर के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) की जमीन दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को आवंटित करने की मंजूरी दे दी है, जिससे इस महत्वाकांक्षी परियोजना में आ रही प्रमुख बाधा दूर हो गई। यह फैसला रिठाला में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर वायडक्ट निर्माण के लिए जरूरी था और अब कॉरिडोर के काम में तेजी आने की उम्मीद है।इस कॉरिडोर से दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी, उत्तर-पश्चिम दिल्ली के रोहिणी, बावाना और नरेला जैसे इलाकों में ट्रैफिक जाम व प्रदूषण कम होगा, साथ ही बॉर्डर क्षेत्रों के लाखों लोगों को बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट मिलेगा।

DMRC को भूमि आवंटन

16दिसंबर 2025को उपराज्यपाल ने DJB की रिठाला STP पर 50वर्ग मीटर जमीन DMRC को 99साल की लीज़ पर और अतिरिक्त 1,286वर्ग मीटर जमीन चार साल के लिए अस्थायी रूप से आवंटित करने की मंजूरी दी। इसके बदले DMRC DJB को करीब 75.50लाख रुपये का भुगतान करेगा। यह आवंटन वायडक्ट निर्माण के लिए जरूरी था, जो रिठाला से रोहिणी सेक्टर 25तक के हिस्से को प्रभावित कर रहा था।

केंद्रीय कैबिनेट ने इस कॉरिडोर को दिसंबर 2024में मंजूरी दी थी, और अब भूमि बाधा दूर होने से टेंडर प्रक्रिया और निर्माण तेज होगा। दिल्ली मेट्रो फेज-4के अन्य कॉरिडोरों का काम पहले से ही चल रहा है और कुल नेटवर्क विस्तार से दिल्ली दुनिया के प्रमुख मेट्रो शहरों में अपनी जगह मजबूत कर रही है।

दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन का विस्तार

बता दें, यह कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन का विस्तार है, जो वर्तमान में शहीद स्थल (न्यू बस अड्डा, गाजियाबाद) से रिठाला तक चलती है। कुल लंबाई 26.463किलोमीटर होगी और सभी 21स्टेशन एलिवेटेड होंगे। अनुमानित लागत 6,230करोड़ रुपये है, और इसे मंजूरी मिलने से चार साल में पूरा करने का लक्ष्य है।

रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, रोहिणी सेक्टर 26, रोहिणी सेक्टर 31, रोहिणी सेक्टर 32, रोहिणी सेक्टर 36, बरवाला, रोहिणी सेक्टर 35, रोहिणी सेक्टर 34, बवाना इंडस्ट्रियल एरिया-1 (सेक्टर 3,4), बवाना इंडस्ट्रियल एरिया-1 (सेक्टर 1,2), बवाना जेजे कॉलोनी, सनोठ, न्यू सनोठ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर 5, कुंडली, नाथुपुर

यह कॉरिडोर पूरा होने पर यूपी-दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाला पहला मेट्रो कॉरिडोर बनेगा, जिससे पूरे NCR में कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। रोजाना करीब 1.26 लाख यात्री इसका लाभ उठा सकेंगे। इससे नरेला जैसे उप-शहरों में निवेश और विकास को बढ़ावा। ट्रैफिक कम होने से प्रदूषण में कमी।

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