
Delhi AQI: दिल्ली-NCR में ठंड शुरू हुई ही थी कि Air Pollutionखतरनाक स्तर पर पहुंच गया। कई इलाकों में AQI तो 400+ हो गया। India Gate, आनंद विहार, पंजाबी बाग और वजीरपुर जैसी जगाहों पर एयरक्वालिटी इंडेक्स 350 से 440 के बीच तक पहुंच गया।जिससे लोगों को सांस, आंख और गले की समस्यों का सामना करना पड़ रहा है।
सर्दी की दस्तक ने दिल्ली की हवा को एक बार फिर खतरनाक बना दिया है। शनिवार सुबह राजधानी के कई हिस्सों में लोगों ने भारी धुंध, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी महसूस की। इंडिया गेट, जहां रोजाना सैकड़ों लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं, घने स्मॉग की परत में पूरी तरह छिपा नजर आया। सुबह 8 बजे यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 369 दर्ज हुआ, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है। इसके साथ ही लोधी रोड, करोल बाग, नजफगढ़ और आईजीआई एयरपोर्ट के आसपास भी हवा का स्तर लगातार गिरता हुआ दर्ज किया गया।
आनंद विहार और वजीरपुर बने प्रदूषण के हॉटस्पॉट
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि आनंद विहार में प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक है। सुबह 8 बजे इसका AQI 424 मापा गया, जो “गंभीर” श्रेणी की तरफ बढ़ता संकेत है। वहीं, वजीरपुर जैसे औद्योगिक इलाके में AQI 447 तक पहुंच गया—जो किसी भी शहरी क्षेत्र के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है। एनसीआर के शहर भी इससे अछूते नहीं हैं। नोएडा सेक्टर-1 में AQI 387 और गुरुग्राम सेक्टर-51 में 285 रिकॉर्ड किया गया, जिससे साफ है कि प्रदूषण का दायरा पूरी दिल्ली-एनसीआर को जकड़ रहा है।
बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों पर सबसे बड़ा खतरा
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसी हवा में लंबे समय तक रहने से फेफड़ों पर स्थायी असर पड़ सकता है और गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या हृदय रोग से पीड़ित लोगों पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव देखा जा रहा है—जैसे सांस फूलना, गले में जलन, सिरदर्द और आंखों में चुभन। इसी बीच दिल्ली सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए एंटी-स्मॉग गन, निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने जैसे कदम तेज किए हैं। लोगों को सुबह-शाम बाहर निकलने से बचने, N-95 मास्क पहनने और घरों में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
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