दिल्ली ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा, दो सुसाइड बॉम्बर की साजिश नाकाम; आखिरी वक्त पर मुकरा था जसीर बिलाल

दिल्ली ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा, दो सुसाइड बॉम्बर की साजिश नाकाम; आखिरी वक्त पर मुकरा था जसीर बिलाल

10/11 Delhi Blast: दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार बम विस्फोट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षात्मक एजेंसियों के अनुसार, ब्लास्ट में एक नहीं बल्कि दो सुसाइड बॉम्बर शामिल होने वाले थे। लेकिन काजीगुंड निवासी जसीर बिलाल (उर्फ दानिश) ने आखिरी समय पर फिदायीन बनने से इनकार कर दिया। जसीर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने बताया कि आत्महत्या इस्लाम में हराम है और यही वजह थी कि उसने हमले का हिस्सा बनने से मना कर दिया।

डॉ. उमर नबी ने किया था ब्रेनवॉश

जांच में सामने आया कि अल-फलाह विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर और मॉड्यूल के मास्टरमाइंड डॉ. उमर नबी ने जसीर को 2023से लगातार कट्टरपंथी बनाया था। जसीर की मुलाकात पहली बार 2023में कुलगाम में मॉड्यूल से कराई गई थी, जिसके बाद उसे फरीदाबाद में एक किराए के घर में ले जाकर कई महीनों तक ब्रेनवॉश किया गया। अप्रैल 2025में जसीर के पीछे हटने के बाद योजना ठप पड़ गई, जिसके बाद माना जा रहा है कि डॉ. उमर स्वयं सुसाइड बॉम्बर बन गया और 10नवंबर 2025को विस्फोटकों से भरी कार चलाकर ब्लास्ट किया, जिसमें 14लोगों की मौत हुई। डीएनए सैंपल भी उससे मैच कर चुके हैं।

मॉड्यूल के अन्य डॉक्टरों से मिला सुराग

फरीदाबाद से गिरफ्तार किए गए डॉक्टर—डॉ. अदील राथर और डॉ. मुजफ्फर गनई—की गिरफ्तारी के बाद जसीर का पूरा नेटवर्क सामने आया। पूछताछ में पता चला कि मॉड्यूल उसे पहले OGW (ओवर ग्राउंड वर्कर) बनाना चाहता था, लेकिन डॉ. उमर ने उसे फिदायीन मिशन के लिए तैयार करने पर जोर दिया। जसीर का कहना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी और आत्महत्या धर्म-विरुद्ध होने के कारण उसने भूमिका ठुकरा दी।

इस बीच आतंकी डॉ. उमर का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह अंग्रेजी में बयान देते हुए सुसाइड बॉम्बिंग को सही ठहराता दिख रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां इसे भी जांच के दायरे में शामिल कर चुकी हैं।

जसीर के पिता ने की आत्मदाह की कोशिश

जसीर की गिरफ्तारी के बाद उसका पिता बिलाल वानी भी जांच के दायरे में आया। पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर उसने कथित रूप से अपने बेटे और भाई से मिलने की अनुमति न मिलने पर खुद को आग लगा ली। गंभीर स्थिति में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पुलिस की निंदा की है। फिलहाल जसीर बिलाल को हिरासत में रखा गया है और उसे दिल्ली की अदालत में पेश किया गया है।

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